पर्यावरण संरक्षण से ही संभव है विकसित राष्ट्र का स्वप्न: पुरी

हरिद्वार। एसएमजेएन पीजी कॉलेज हरिद्वार में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विभिन्न विषयों पर जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने पर्यावरण संरक्षण आज के समाज की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। पर्यावरण संरक्षण के लिए आज किए गए प्रयास आने वाली पीढ़ियों के लिए जीवनदायक होंगे।

महाविद्यालय में विधिक जागरूकता हेतु आयोजित कार्यक्रम में  मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की न्यायाधीश सिमरनजीत कौर ने प्रतिभागियों को विधिक सेवा प्राधिकरण एक्ट के विषय में जानकारी देते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्य क्षेत्र के विषय में भी बताया। उन्होंने प्रतिभागियों को उनके विधिक अधिकारों के विषय में भी जागरूक किया।

उन्होंने बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर तथा अन्याय से पीड़ित जनों को न्याय दिलाने के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सदैव तत्पर है। इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने बताया कि वनारोपण तथा समुचित जल प्रबंधन से ही पर्यावरण संरक्षण संभव है। उन्होंने बौद्धिक संपदा अधिकार के विषय में बताते हुए कहा कि आज नई तकनीकों के आविष्कार तथा उनके पेटेंट करवाने की भी नितांत आवश्यकता है, जिससे तकनीकों का प्रबंधन पर्यावरण संरक्षण के लिए किया जा सके। नदियों के दोनों किनारे रिपेरियन जोन का विकास कर तथा वर्षा जल संरक्षण व जल संवर्धन द्वारा ही भूमि संरक्षण किया जा सकता है।

श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के प्रो. दिनेश शर्मा ने महाविद्यालय द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। कार्यक्रम में मुख्य रूप से विनय थपलियाल, रमन कुमार सैनी, वैभव बत्रा, डॉ. पूर्णिमा सुंदरियाल, डॉ. पद्मावती तनेजा आदि उपस्थित थे।

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