
रुद्रप्रयाग : उत्तराखंड की पावन चारधाम यात्रा का शुभारंभ अब औपचारिक रूप से हो चुका है। आज शुक्रवार सुबह 7 बजे बैशाख मास, वृष लग्न और मिथुन राशि के शुभ संयोग में बाबा केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए विधिवत रूप से खोल दिए गए। इस पावन अवसर पर केदारनाथ घाटी में श्रद्धा और आस्था की लहर दौड़ गई।
कपाट खुलने के पावन क्षण पर करीब 15,000 से अधिक श्रद्धालु धाम परिसर में मौजूद रहे और एक साथ “बोलो केदारनाथ बाबा की जय” के जयकारों से पूरी घाटी को गुंजायमान कर दिया। इस भव्य समारोह में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि बाबा केदारनाथ की पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से संपन्न कराई गई।
108 क्विंटल फूलों से सजा मंदिर
केदारनाथ धाम को इस विशेष मौके पर 108 क्विंटल फूलों से सजाया गया था। इससे पहले गुरुवार शाम को बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ से केदारनाथ पहुंची थी। डोली को भंडार गृह में विधिवत विराजमान किया गया। बाबा की डोली के साथ हजारों श्रद्धालु भी पदयात्रा करते हुए केदारनाथ पहुंचे।
चारधाम यात्रा का पूरा खाका
चारधाम यात्रा के अंतर्गत यमुनोत्री और गंगोत्री धामों के कपाट 30 अप्रैल को खोले जा चुके हैं। अब 4 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा पूर्ण रूप से आरंभ हो जाएगी। यह यात्रा अगले 6 महीने तक, यानी अक्टूबर-नवंबर तक चलेगी। इसके बाद हर साल की तरह इन पवित्र धामों के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे।
यात्रियों के लिए विशेष प्रबंध
सीएम धामी ने कहा कि इस बार यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए अनेक प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने बाबा से प्रार्थना करते हुए कहा कि श्रद्धालुओं की यात्रा सुखद और निर्विघ्न हो। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से 2013 की आपदा के बाद केदारनाथ का पुनर्निर्माण और विकास कार्य संभव हो सका है।
शीतकालीन चारधाम यात्रा भी सफल
धामी सरकार द्वारा आरंभ की गई शीतकालीन चारधाम यात्रा को भी श्रद्धालुओं का भरपूर समर्थन मिला। जब चारों धामों के कपाट बंद रहते हैं, तब यह यात्रा धार्मिक पर्यटन को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती है।