लखनऊ। राजधानी लखनऊ के बिजनौर थाना क्षेत्र में शनिवार को देर रात एक युवक का शव संदिग्ध हालात में फांसी के फंदे पर लटकता मिला। परिजनों ने गांव के ही हिस्ट्रीशीटर पर नशेबाजी व जुआ के विवाद में मारपीट करने और पुलिस से शिकायत करने पर उसको मारकर लटका देने का आरोप लगाया है। पुलिस के मुताबिक दोनों पक्षों में विवाद की बात सामने आई है। जांच में आत्महत्या की बात सामने आई है। पीड़ित पक्ष की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर रविवार सुबह चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जुआ खेलने को लेकर छिडा विवाद
बिजनौर थाना क्षेत्र के परवर पश्चिम गांव निवासी किसान राकेश द्विवेदी के बेटे शोभित (22) का शनिवार का शव बंद घर की चौखट में फांसी के फंदे पर लटकता मिला। शोभित के चाचा लवकेश द्विवेदी के मुताबिक होली के दिन गांव के लोधन टोला निवासी हिस्ट्रीशीटर गजोधर, उसके भतीजे अमित और अरविंद के खाली घर में जुआ खेलने को लेकर शोभित का विवाद हुआ था। इस पर उसको बचाने पहुंची शोभित की बहन सोनल और राधा को भी इन लोगों ने पीटा था। मारपीट में उनकी चेन भी लूट ली थी।
मामले पर पुलिस करती रही टाल-मटोल
पुलिस से शिकायत करने पर पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की ऊपर से शोभित पर ही मारपीट करने का आरोप लगाया। इसी बीच शोभित का शव फांसी के फंदे पर लटके होने की सूचना मिली। मौके पर जाकर देखा तो बंद घर की चौखट पर उसका शव लटक रहा था। पुलिस आत्महत्या कह रही है, लेकिन उसकी हत्या हुई है। उसके पैर जमीन से छू रहे थे और आत्महत्या को कोई कारण नहीं बनता। देर रात पुलिस ने ग्रामीणों का आक्रोश देखते हुए आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
नशेबाजी को लेकर हुआ विवाद
वहीं बिजनौर इंस्पेक्टर राजकुमार के मुताबिक दोनों पक्षों में होली के दिन नशेबाजी को लेकर विवाद हुआ था। शोभित ने शनिवार रात सार्वजनिक पिटाई से क्षुब्ध होकर यह कदम उठाया है। पीड़ित पक्ष ने भी नशेबाजी को लेकर मारपीट से क्षुब्ध होकर शोभित के आत्महत्या की बात कही है। शोभित के पिता की तहरीर पर गांव के अमित, अरविंद, वीरेंद्र, रामगोपाल, गजोधर, गुड्डी, उमा समेत नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसमें से गजोधर, रामचंद्र, वीरेंद्र और गुड्डी को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य की तलाश की जा रही है।