संचार क्रांति में मनोरंजन कर रहा युवाओं को बरबाद: ऑनलाइन गेम्स बना रहे जुआरी

  • युवा आनलाइन खेल रहे खेल लूडो, सांप सीढ़ी, ताश, क्रिकेट आदि, बन रहे जुआरी

सेउता, सीतापुर। गुजरे लगभग दो दशक में संचार क्रांति ने नए पायदान चढ़े हैं। जहां हर हाथ ने की पैड मोबाइल की जगह एंड्रायड मोबाइल ने ले ली है, इसके साथ ही कंप्यूटराइज हुई दुनियां ने लगभग सभी युवाओं को लैपटॉप, टैबलेट थमा दिए हैं। यहां तक कि बड़े तो बड़े हैं छोटे बच्चों की पढ़ाई लिखाई में भी टैबलेट अहम भूमिका में आ गए हैं। भले ही इन इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों ने सहूलियत का दायरा बढ़ा दिया हो, लेकिन इनका नशा बच्चों व युवाओं को बरबाद कर रहा है। इन दिनों ऑनलाइन जुआ युवाओं का भविष्य चौपट कर रहा है। खास बात यह है कि वह इनका प्रचार संचार माध्यमों पर सेलेब्रिटी कर रहे हैं

आधुनिकता की बेतहाशा दौड़ में जीवन को शान से जीने के लिए पैसे की जरूरत भी बढ़ी है। भले ही युवा अच्छी नौकरी या व्यापार में लगे हों लेकिन इसके बाद भी जरूरतें पूरी नहीं हो रही हैं। यही कारण है कि युवा हाथ में मौजूद मोबाइल पर खाली समय में ज्यादा कमाई के चक्कर में ऑनलाइन जुआ के आदी होने लगे हैं और तो और कर्ज भी ले दे रहे हैं। यह खेल खिलाने वाले सामान्यतयः मनोरंजन का साधन रहे खेल लूडो, सांप सीढ़ी, ताश, क्रिकेट आदि अब लोगों को जुआरी बना रहे हैं। युवा एक बार बाजी जीतने के बाद और अधिक कमाई के लालच में पड़कर दांव पर दांव लगाते हैं और कहीं हारने का सिलसिला शुरू हो गया तो बर्बादी पर ही जाकर रुकता है।

ऑनलाइन जुआ के प्रति आकर्षण का कारण टेलीविजन, मोबाइल आदि संचार माध्यमों पर इसका प्रचार-प्रसार करने वाले सेलेब्रिटी बन रहे हैं जबकि प्रचार में इस बात का भी उल्लेख किया जाता है कि खेलते समय सावधानी बरतें। इसकी आदत लग सकती है लेकिन असल में यह ऐसा नशा है जो युवा पीढ़ी को बर्बादी की तरफ ले जा रहा है। बचपन भी मोबाइल के चलन ने छीन ही लिया है। छोटे बच्चों की चंचलता से बचने के लिए माता पिता हाथ में यह खिलौना दे देते हैं। परिणाम यह होता है कि बच्चे ऑनलाइन खेल के आदी हो जाते हैं साथ ही उनमें चिड़चिड़ापन भी आ जाता है। ऐसे में शारीरिक खेलकूद की जगह एकाकी जीवन जीने लगते हैं।

स्थिति यह है कि किसी के घर आने पर भी बच्चे अपने टैबलेट या फिर मोबाइल फोन पर गेम इंस्टॉल कर खेलने में ही उलझे रहते हैं। बढ़ती उम्र के दौरान बच्चे ऑनलाइन ऐसी सामग्री भी देखते हैं जिससे उनके भविष्य पर भी ग्रहण लग रहा है। भले ही मोबाइल लैपटॉप लोगों के जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। लेकिन इस पर परोसी जा रही सामग्री जुआ सरीखे मनोरंजन के साधन बच्चों व युवाओं को पतन की तरफ ले जाने का काम कर रहे हैं। इस तरह के प्रचार, खेल आदि पर सरकार को कड़ी नजर रखने की आवश्यकता है जिससे बच्चों एवं युवाओं को गलत लत से बचाया जा सके।

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