
. परिवार ने मालिक राकेश सिंघल पर हत्या का आरोप लगाया और उच्चस्तरीय जांच की मांग की
पालवल / जयपुर: हरियाणा के पालवल जिले में बालाजी वेटब्रिज के पास शिवसिंहपुरा (जयपुर) निवासी महेश शर्मा का क्षत-विक्षत शव मिलने के बाद पूरे मामले को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं. महेश करीब पंद्रह साल से इसी वेटब्रिज पर काम कर रहा था. अचानक लापता होना और फिर झाड़ियों के पीछे सड़ी-गली हालत में शव मिलना, परिवार की आशंकाओं को और गहरा करता है.
परिवार का आरोप है कि वेटब्रिज के मालिक राकेश सिंघल और उनके साथियों ने महेश की हत्या की है. परिजन कह रहे हैं कि उन्हें अपनी सुरक्षा को लेकर डर है क्योंकि आरोपित खुले घूम रहे हैं. उन्होंने मामले की निष्पक्ष और उच्चस्तरीय जांच की मांग की है.
झाड़ियों के पीछे छुपाया गया शव मिला
चार अक्टूबर को मुंडकाटी पुलिस को सूचना मिली कि वेटब्रिज की दीवार के पीछे से बदबू आ रही है. पुलिस मौके पर पहुंची तो घनी झाड़ियों के बीच एक पुरुष का decomposed शव मिला. शव को घास और पत्तों से ढका गया था, जिससे साफ लगता है कि उसे छुपाने की कोशिश की गई थी.
स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि मृतक महेश शर्मा जैसा लग रहा था जो इसी वेटब्रिज पर रहता और काम करता था. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए पालवल सिविल अस्पताल भेजा.
मौत से पहले परेशान किए जाने का आरोप
महेश के भाई राजकुमार शर्मा के अनुसार, महेश छह सितंबर को घर आया था और उन्होंने बताया था कि वेटब्रिज मालिक राकेश सिंघल उन्हें लगातार परेशान कर रहा है. महेश नौ सितंबर को वापस ड्यूटी पर गए, जिसके बाद वह लापता हो गया.
सत्ताईस से तीस सितंबर के बीच सहकर्मी अकबर खान ने मालिक को बताया था कि महेश कई दिनों से ड्यूटी पर नहीं आया है. इसके बावजूद मालिक ने परिवार को इसकी जानकारी नहीं दी, जबकि वह जानता था कि महेश वहीं अकेला रहता है. FIR में इसे संदिग्ध चुप्पी बताया गया है.
FIR में मालिक और अज्ञात साथी नामजद
राजकुमार की शिकायत में लिखा गया है कि महेश की हत्या साजिश के तहत की गई. शव को वेटब्रिज की दीवार के पीछे फेंककर घास से ढक दिया गया. शरीर की हालत देख स्पष्ट है कि मौत को कई दिन हो चुके थे.
इसी शिकायत के आधार पर मुंडकाटी थाना पुलिस ने राकेश सिंघल और अज्ञात साथियों के खिलाफ हत्या, सबूत नष्ट करने और शव के अवैध निस्तारण से जुड़े प्रावधानों के तहत FIR दर्ज की है. जांच PSI रोहित कुमार को सौंपी गई है. अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है.
परिवार को धमकियों का आरोप, सुरक्षा की मांग
हिसार और चंडीगढ़ के वरिष्ठ अधिकारियों को भेजे गए एक अतिरिक्त आवेदन में परिवार ने लिखा है कि आरोपित गिरफ्तारी से बच रहे हैं और परिवार को धमकियां मिल रही हैं. परिजनों ने सुरक्षा और कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है.
प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की
शिवसिंहपुरा गांव का एक प्रतिनिधिमंडल हरियाणा के खेल मंत्री गौरव गौतम से मिला. उन्होंने FIR और पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रतियां सौंपते हुए मामले की निष्पक्ष जांच, आरोपी राकेश सिंघल के खिलाफ त्वरित कार्रवाई, परिवार की सुरक्षा और गायब होने की सूचना न देने वाली लापरवाही की जवाबदेही तय करने की मांग की.
स्थानीय प्रतिनिधियों का कहना है कि महेश ने मौत से पहले खुद बताया था कि वह परेशान किया जा रहा है, जिससे मामला और संदेहास्पद हो जाता है.
न्याय की प्रतीक्षा में परिवार
लगातार परेशान किए जाने के आरोप, अचानक गायब हो जाना, परिवार को सूचना न देना और फिर शव का छुपा हुआ मिलना, इन सभी घटनाओं ने कई गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं. परिवार का कहना है कि जब तक दोषियों को सजा नहीं मिलती, वे न्याय के लिए संघर्ष जारी रखेंगे.
जांच जारी है और परिवार ने उम्मीद जताई है कि मामले में देरी या समझौता नहीं होगा और उन्हें न्याय मिलेगा.















