साइकिल की रफ्तार बनी हवाई जहाज, लम्बी यात्रा कर ये शख्स बस इतने सेकेंड में जा पहुंचा लखनऊ

लखनऊ। पर्यावरण एवं जल संरक्षण जागरूकता के लिए विश्व की सबसे लंबी साइकिल यात्रा पर निकले राजस्थान के नरपत सिंह राजपुरोहित का रविवार को सेना के मध्य कमान सेंटर लखनऊ में स्वागत किया गया। नरपत सिंह ग्राम-लंगेरा, जिला-बाड़मेर (राजस्थान) के रहने वाले हैं। वो 34 वर्ष की आयु में विश्व की सबसे लंबी साइकिल यात्रा निकाली है। उनका उद्देश्य समाज में पर्यावरण जल संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाना और वन्यजीवों की रक्षा करके उनका समाज के लिए महत्व को समझाना है।

अपनी यात्रा के इसी क्रम में नरपत सिंह लखनऊ छावनी स्थित सेना भर्ती मुख्यालय में पहुंचे। यहां उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड सेना भर्ती मुख्यालय के अपर महानिदेशक मेजर जनरल नरपत सिंह राजपुरोहित ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान नरपत सिंह ने मेजर जनरल राजपुरोहित की उपस्थिति में सेना भर्ती मुख्यालय के प्रांगण में तीन पौधे रोपित कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।

मेजर जनरल नरपत सिंह राजपुरोहित खुद घुड़सवारी के एक अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं और उन्होंने अमेरिका, साउथ अफ्रीका, स्वीडन व ओमान में आयोजित प्रतयोगिताओं में मेडल हासिल कर चुके हैं। नरपत सिंह के सराहनीय सामाजिक कार्यों के लिए मेजर जनरल राजपुरोहित ने उन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। इस दौरान सेना भर्ती मुख्यालय लखनऊ के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

29 राज्यों में जाने कितने किलोमीटर की यात्रा पूरी कर चुके

नरपत सिंह राजपुरोहित ने 27 जनवरी 2019 को जम्मू हवाई अड्डे से अपनी यात्रा शुरू की थी। इस साइकिलिंग टूर का लक्ष्य 30,000 किमी से अधिक की दूरी तय करना है। अब तक उन्होंने उत्तर प्रदेश सहित 29 राज्यों को कवर किया है और 29,422 किमी की यात्रा की है। उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान प्रतिदिन दो पौधे लगाने का संकल्प लिया है।

इनका मुख्य उद्देश्य समाज में पर्यावरण जल संरक्षण के प्रति जागरूकता पैदा कर समाज को प्रेरित करना है। अपनी यात्रा के दौरान, उन्होंने अब तक 93,000 से अधिक पौधे लगाकर पर्यावरण जल संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। एक पैर में 38 टांके लगने के बावजूद उन्होंने हिम्मत दिखाई और अपनी यात्रा को सफल बनाने का संकल्प लिया। उनकी यात्रा जयपुर राजस्थान में समाप्त होगी

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