
इंदौर में हुए भावना हत्याकांड की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनके खिलाफ पहले 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में आशु यादव, मुकुल और स्वास्तिका शामिल हैं। मंगलवार को पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया था ताकि वे विदेश न भाग सकें।
क्या था मामला?
पुलिस की जानकारी के अनुसार, भावना को मुकुल के हाथ से निकली गोली लगी थी, जो उसकी मौत का कारण बनी। पुलिस ने आरोपियों को दतिया से गिरफ्तार किया, जहां वे इंदौर से भागने के बाद गए थे। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने भावना को बांबे अस्पताल में भर्ती कराया था और उसके बाद वहां से फरार हो गए थे। इसके बाद, पुलिस ने आरोपी आशु यादव और मुकुल को दतिया से पकड़ा। इस दौरान, आरोपी भोपाल गए थे और वहां विख्यात पाठक के घर रुके थे, जिन्हें भी इस मामले में आरोपी बनाया गया है।
हत्याकांड की घटना
पुलिस के मुताबिक, पार्टी के दौरान भावना घर जाने की बात कह रही थी, उसी समय हादसा हुआ। मुकुल के हाथ से गोली चली और वह सीधे भावना की आंख में लगी, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद, आरोपियों ने भावना को बांबे अस्पताल में भर्ती कराया और फिर वहां से भाग गए। उन्होंने अपनी कार निपानिया क्षेत्र में छोड़ दी थी। हत्या के चार दिन बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
लुकआउट नोटिस और विदेश भागने का संदेह
पुलिस को शक था कि आरोपी दुबई भाग सकते हैं, क्योंकि वे सट्टे के काम से जुड़े हुए थे। इसी वजह से पुलिस ने उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया था।
भावना के ग्वालियर स्थित परिजनों के साथ पुलिस की पूछताछ
पुलिस ने आरोपियों के परिजनों से ग्वालियर और दतिया में भी पूछताछ की, लेकिन आरोपियों ने अपने परिजनों से भी संपर्क नहीं किया। ग्वालियर में भावना के हत्यारों की गिरफ्तारी में देर होने के कारण कैंडल मार्च भी निकाला गया था।
इस मामले में पुलिस की कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद अब मामला कोर्ट में जाएगा, जहां आगे की सुनवाई होगी।