गाजियाबाद: वैसे तो करोड़ों की लागत से एलिवेटेड रोड इसलिए बनाया गया था कि वहां पर गाड़ियां दौड़े। लेकिन आज हालात ऐसे हो गए हैं कि वहां पर आवारा पशु भी दौड़ते दिखाई दे रहे हैं जो की एक दौड़ती-भागती-चलती फिरती मौत के समान है ऐसे नहीं यातायात विभाग एवं जिला प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि वह किसी न किसी तरह आवारा पशुओं पर पूर्ण नियंत्रित करें ताकि किसी प्रकार की जनहानि या जानमाल की हानि ना हो सके। क्योंकि जिस तरह से एलिवेटेड रोड पर तेजी से दौड़ते पशुओं का वीडियो वायरल हो रहा है उसको देखकर साफ कहा जा सकता है कि किसी भी क्षण कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है
यातायात पुलिस की है नाकामी
दरअसल कोई भी व्यक्ति या युवा कोई रील बना लेता है तो पुलिस प्रशासन पुरी तरह से हाथ धोकर उस व्यक्ति के पीछे पड़ जाता है लेकिन यह चलती फिरती मौत यानी आवारा पशु जिस तरह से खुले आम सड़क पर दौड़ रहे हैं वहां कोई यातायात का सिपाही नजर भी नहीं आता है ऐसे में निश्चित रूप से यह यातायात विभाग की लापरवाही है और पुलिस की नाकामी है।