
झांसी। समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष व प्रदेश सचिव पीडीए जन-संवाद यात्रा प्रभारी महेश कश्यप पर सोमवार रात करीब 9 बजे चिरगांव थाना क्षेत्र में जानलेवा हमला हुआ। गनीमत रही कि घटना के समय वह कार में मौजूद नहीं थे। उनकी कार पर अज्ञात बदमाशों ने लोहा के सरिये और पत्थरों से हमला किया, जिससे कार में सवार उनका भतीजा मामूली रूप से घायल हो गया। इसी वक्त झांसी के बड़े व्यापारी विकास पटेल की कार पर भी इसी तरह से हमला हुआ था, जिसमें वह जख्मी हुए थे।
- पहले से घात लगाए थे हमलावर
महेश कश्यप उरई से झांसी लौट रहे थे। जैसे ही उन्होंने सेमरी टोल पार किया, वहां पहले से घात लगाए बदमाशों ने अचानक उनकी कार पर हमला कर दिया। पत्थर और लोहे की सरियों से किए गए हमले में कार क्षतिग्रस्त हो गई, और उनका भतीजा चोटिल हो गया। घटना के बाद उन्होंने तुरंत चिरगांव थाना प्रभारी को सूचना दी।
- हमले के पीछे साजिश या लूट ?
इन दोनों हमलों के पीछे की मंशा को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। क्या यह लूट की कोशिश थी, जान से मारने की साजिश थी या फिर किसी राजनीतिक विरोध का परिणाम? महेश कश्यप ने आशंका जताई कि उनके जन-संवाद यात्रा के कारण उन्हें निशाना बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हाल ही में उन्होंने पूरे बुंदेलखंड में पीडीए जन-संवाद यात्रा निकाली थी, जिससे बड़ी संख्या में लोग समाजवादी पार्टी से जुड़े थे। व्यापारी ने भी अपने साथ लूट की आशंका जताई है।
- पहले भी हो चुके हैं हमले
महेश कश्यप ने बताया कि इससे पहले भी बांदा जिले में पीडीए जन-संवाद कार्यक्रम के दौरान एक पूर्व प्रधान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, ताकि कार्यक्रम को रोका जा सके। उन्होंने सरकार से मांग की है कि हाईवे पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं, क्योंकि अब आम जनता भी हाईवे पर सुरक्षित महसूस नहीं कर रही है।
- क्या कहती है राजनीति ?
इस घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के नेताओं ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों पर जल्द कार्रवाई की मांग की है।