
झाँसी। समथर नगर पालिका परिषद के अधिशाषी अधिकारी पर हिन्दू धार्मिक भावनाओं को आहत करने का गंभीर आरोप लगा है। विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल ने आरोप लगाया है कि चौपड़ बाजार स्थित एक पुराने जल स्त्रोत को पहले कचरे से बंद किया गया और फिर उस स्थान पर दुकान निर्माण का टेंडर निकाल दिया गया। इसी को लेकर विवाद गहराता चला गया।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि उक्त स्थान पर जबरन कब्जा रोके जाने के उद्देश्य से कुछ व्यक्तियों ने एक सीमेन्ट का मंच बनाकर भगवान शंकर और नंदी की प्रतिमा स्थापित की थी। इस स्थान की स्वामित्व स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है, यह नगर पालिका की भूमि है या सार्वजनिक इसकी जांच आवश्यक बताई जा रही है।
लेकिन विवाद तब और गहरा गया जब नगर पालिका की टीम ने जेसीबी मशीन से उस स्थल से प्रतिमाओं को हटाया और कथित रूप से उन्हें खंडित कर दिया गया। आरोप है कि प्रतिमाओं को सार्वजनिक रूप से टांगा गया और फिर उन्हें पुलिस अभिरक्षा में नगर पालिका परिसर में ले जाया गया। इससे धार्मिक भावनाएं गहराई से आहत हुई हैं।
विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी है कि यदि समथर नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी के विरुद्ध शीघ्र कार्यवाही नहीं की जाती है, तो वे 16 अप्रैल 2025 से माँठ तहसील का अनिश्चितकालीन घेराव करेंगे। इस आंदोलन के दौरान किसी भी व्यक्ति को तहसील परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। संगठन ने इसके लिए प्रशासन को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया है।
अब देखना होगा कि प्रशासन इस संवेदनशील मामले में क्या रुख अपनाता है और क्या किसी प्रकार की जांच या कार्यवाही आगे बढ़ाई जाती है। फिलहाल क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई है और पुलिस प्रशासन की सतर्कता जरूरी हो गई है।