तदर्थ शिक्षक सूर्य विजय के आकस्मिक निधन से जिले भर के शिक्षकों में शोक

अंबेडकरनगर। जिले के बाबू भगवान लाल आदर्श इण्टर कालेज पेठिया के तदर्थ अध्यापक सूर्य विजय सिंह का सोमवार को हार्ट अटैक से निधन हो गया। वे 50 वर्ष थे। अब तक जिले के कई तदर्थ शिक्षकों का आसमयिक निधन हो चुका है।

रविवार को अचानक सीने में दर्द होने के बाद शिक्षक सूर्य विजय सिंह को परिजनों द्वारा अयोध्या के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहाँ पर इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पिछले अप्रैल माह में कोरोना संक्रमित हो गए थे। लेकिन इलाज के बाद ठीक हुए थे। घर पर सामान्य तरह से रह रहे थे। परिवार में दो बेटे और पत्नी हैं। बेटे पढ़ रहे हैं। जबकि पत्नी गृहणी हैं। इससे पहले वे अप्रैल में कोरोना से संक्रमित हो गए थे, लेकिन ठीक होकर सामान्य स्थिति में आ गए थे। परिवार वालों ने बताया कि सूर्य विजय सिंह वर्ष 2005 से नियुक्त होकर अद्यतन शिक्षण कार्य कर रहे थे। और वर्तमान समय मे तदर्थ शिक्षकों की खड़ी हुई समस्या से ग्रस्त थे। आये दिन नौकरी जाने और उसके बाद अपनी पारिवारिक स्थिति और सामाजिक प्रतिष्ठा को लेकर चिंतित रहते थे। उनके निधन पर माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष उदयराज मिश्र, राजाराम वर्मा और अरुण सिंह ने गहरा दुख प्रकट किया है। जिलाध्यक्ष उदयराज मिश्र ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश और सरकार के नकारात्मक दृष्टिकोण से आज तदर्थ शिक्षक परेशान हैं। यदि सरकार की तरफ लंबी सेवा से जुड़े हुए तदर्थ शिक्षकों के बारे में मानवीय संवेदना नहीं दिखाई गई तो एक एक कर सभी शिक्षकों को हम खो देंगे। क्योंकि आज तदर्थ शिक्षक जिंदगी और मौत के मुहाने पर हैं। शिक्षक संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि अब तक प्रदेश भर में तमाम तदर्थ शिक्षकों का वर्तमान समय मे उत्पन्न परिस्थितियों के चलते निधन हो चुका है। इसके बाद भी सरकार पर जूं नहीं रेंग रहा है। उधर तदर्थ शिक्षक सूर्य विजय सिंह के आकस्मिक निधन पर कालेज के प्रबंधक आनंद श्रीवास्तव, शिक्षक रमेश श्रीवास्तव, दिलीप यादव, राम लखन वर्मा, विक्रांत सिंह, प्रदीप सिंह, पवन जायसवाल समेत अन्य शिक्षकों ने दुख जताया है और सरकार से परिवार की स्थिति के दृष्टिगत अनुकम्पा नौकरी और आर्थिक मदद की मांग की है।

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