
Rajasthan News : आरोपी चाचा मनोज ने अपने भतीजे की हत्या कर उसके शरीर में जगह-जगह इंजेक्शन लगाकर खून निकलवाने का प्रयास किया था, साथ ही वशीकरण की क्रिया भी करने की कोशिश की गई थी।
अलवर जिले के मुंडावर थाना क्षेत्र के सराय कला गांव में 6 वर्षीय बालक की हत्या के मामले में एक नया मोड़ सामने आया है। चाचा ने तांत्रिक सुनील की सलाह पर अपने भतीजे की हत्या की। पुलिस ने सोमवार को आरोपी चाचा को हिरासत में लिया। मंगलवार को तांत्रिक सुनील को भी गिरफ्तार कर लिया गया। तांत्रिक ने आरोपी मनोज की पत्नी का वशीकरण करने के उद्देश्य से इस मासूम की बलि देने की बात कबूली है।
मासूम बालक लोकेश 19 जुलाई को घर से लापता हो गया था, जिसकी रिपोर्ट उसके पिता बिंटू ने दर्ज कराई थी। उस रात करीब 8 बजे, सुनसान मकान में तुड़े के ढेर में उसका शव पाया गया। अगले दिन हत्या का मामला दर्ज हुआ, और पुलिस ने मुखबिरों की मदद से सीसीटीवी फुटेज खंगाले।
21 जुलाई को, लोकेश के सगे चाचा मनोज कुमार, जो बिल्लू या पूर्ण प्रजापत के नाम से भी जाने जाते हैं, को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान पता चला कि मृतक की मां और मनोज की पत्नी दोनों सगी बहनें हैं। मनोज की पत्नी पीहर में रह रही थी, इसलिए आरोपी ने अपनी पत्नी का वशीकरण कराने के लिए तांत्रिक सुनील से संपर्क किया।
तांत्रिक सुनील ने 12 हजार रुपये और एक बच्चे की बलि का जिक्र किया। उसने मनोज को कहा कि बलि देकर खून और कलेजा लाकर तांत्रिक को देना है। इसके बाद, आरोपी मनोज ने अपने भतीजे लोकेश को सुनसान मकान में ले जाकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। तांत्रिक के निर्देशानुसार, बालक के शरीर में कई जगह इंजेक्शन लगाए गए ताकि खून निकल सके।
मासूम की हत्या के बाद, शव से कलेजी और खून निकालकर तांत्रिक को देने की योजना थी। आरोपी मनोज ने अपराध को छुपाने के लिए, अपने परिवार के सदस्यों के साथ ही, बालक की तलाश भी जारी रखी। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल हुए इंजेक्शन को भी बरामद किया है। तांत्रिक सुनील, जो खानपुर अहिर थाना क्षेत्र के निवासी हैं, इस पूरे मामले में मुख्य संदिग्ध है।