
- माना जाता है दुनिया के सात अजूबो में से एक
आगरा। ताजमहल ने 2023-2024 में टिकटों की बिक्री से 98 करोड़ रुपये की कमाई की है। पिछले 5 वर्षो में यह आंकड़ा 297 करोड़ रुपये तक पहुँच चुका है। साथ ही यह भारत के सबसे अधिक कमाई करने वाले स्मारकों में से एक है।
यमुना नदी किनारे बने विश्व प्रसिद्ध ताजमहल को आप किस रूप में जानते हैं? मुगल बादशाह शाहजहां की तरफ से अपनी बेगम मुमताज की याद में बनवाई गई खूबसूरत इमारत या फिर दुनिया के सात अजूबों में शुमार भारत की धरोहर? वही आगरा की पहचान के तौर पर स्थापित ताजमहल कई बार विवादों में भी उछलता है। लेकिन अब ताजमहल की पहचान कमाऊ पूत के तौर पर हुई है। एक वर्ष में टिकट की बिक्री से ही ताजमहल ने 98 करोड़ रुपये की कमाई की है। यह आंकड़ा 5 वर्ष में 297 करोड़ तक का है।
पर्यटकों के लिए मुफीद जगह बना आगरा का ताजमहल देश को अलग पहचान दिलाने के साथ ही आर्थिक उन्नति में भी योगदान करता है। साथ ही भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित इमारत को लेकर यह जानकारी खुद भारत सरकार ने दी है। साथ ही राज्यसभा में सरकार की तरफ से केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एक लिखित जवाब में यह जानकारी दी गयी है
ताजमहल ने वित्त वर्ष 2023-2024 में 98 करोड़ 55 लाख रुपये कमाई का आंकड़ा छू लिया है। इस दौरान 67 लाख 80 हजार पर्यटक यहां पर आए थे। ताजमहल की कमाई पिछले पांच वर्ष के दौरान देखें तो 5 वर्षो में इसने 297 करोड़ रुपये कमाए हैं। केंद्र सरकार ने राज्यसभा को बताया कि ताजमहल टिकटों की बिक्री से सबसे ज्यादा कमाई करने वाला स्मारक बना है।
इस सूची में आगरा का किला (15.3 करोड़) और फतेहपुर सीकरी (6.7 करोड़) भी शामिल हैं। वही कमाई की इस लिस्ट में पिछले वित्तीय वर्ष में दिल्ली का कुतुब मीनार दूसरे स्थान पर रहा। इसने 23.8 करोड़ रुपये कमाए। लाल किला तीसरे स्थान पर रहा, जिसकी कमाई 18.08 करोड़ रुपये थी।
ओडिशा में कोणार्क सूर्य मंदिर, तमिलनाडु मामल्लापुरम धरोहर, महाराष्ट्र एलोरा की गुफाएं, दिल्ली का हुमायूं मकबरा और चितौड़गढ़ किला भी कमाई की लिस्ट में है।