सीतापुर : श्री हरि विष्णु ने यहीं दुर्जय नाम के राक्षस का किया था वध
सीतापुर। 88000 की पावन तपोभूमि नैमिषारण्य धाम की मान्यता पृथ्वी के मध्य बिंदु के रूप में भी है। श्रीमद् भागवत महाभारत, महाभारत पुराण, देवी भागवत पुराण आदि पुराणों में प्राप्त आख्यानों के आधार पर भगवान ब्रह्मदेव द्वारा प्रदत्त ब्रह्म मनोमय चक्र नैमिषारण्य में ही प्राप्त होना बताया जाता है। मान्यता ये भी है कि भगवान … Read more










