बहराइच: मनोरंजन और शिक्षा की साधन रही कठपुतली कला अब लुप्तप्राय
जरवलब,बहराइच: आधुनिक भारत में कठपुतलियों का उपयोग धीरे-धीरे खत्म हो गया, जबकि ये मनोरंजन का साधन तो थीं ही, शिक्षा जगत को बढ़ावा देने में भी कम कारगर नहीं थीं। जानकारों के अनुसार, 5वीं सदी ईसा पूर्व में भी इसकी गहरी जड़ें थीं। यही नहीं, मोहनजोदड़ो और हड़प्पा की खुदाई में कठपुतलियों के अवशेष भी … Read more










