बिल्हौर महोत्सव में झूला गिरा,13 वर्षीय बच्चा घायल

कानपुर। साल भर पहले जताया गया अंदेशा आखिरकार सच साबित हुआ। बीते वर्ष प्रशासन की रोक से बंद कराया गया झूला इस वर्ष टूटकर गिर गया। इसमें एक बच्चा घायल हो गया। जबकि अन्य भी मामूली चोटिल हो गए। पुलिस ने मौके की छानबीन के साथ आयोजक और कर्मियों की तलाश शुरू कर दी। हालांकि प्रदर्शनी के आयोजक पर नरमी बरती जा रही है।
बिल्हौर कोतवाली के कस्बा अंतर्गत ककवन रोड के समीप बिल्हौर महोत्सव नामी प्रदर्शनी का आयोजन चल रहा है। इस प्रदर्शनी में बीते वर्ष पड़ोसी जनपद के हादसे को देखते हुए तत्कालीन कोतवाल केशव प्रसाद तिवारी ने झूलों पर पाबंदी लगाई गई थी। इस बार आयोजन में सत्ता और रसूख की पकड़ दिखाकर झूलों का गैर अनुमति से संचालन किया जा रहा था। शुक्रवार शाम को चरखी इलेक्ट्रिक झूला रफ्तार पकड़ने की कोशिश में नाकाम हो गया। इस दौरान इसकी एक ट्राली टूटकर गिर गई। जिससे कस्बे के गया प्रसाद नगर निवासी अनुभव कटियार (13) बुरी तरह घायल हो गए। मौके पर अफरा तफरी का माहौल हो गया। इस बीच झूला संचालक समेत कर्मी फरार हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने छानबीन के साथ झूला संचालक व कर्मियों की तलाश शुरू की। प्रथम दृष्टया जांच में सामने आया कि झूले की ट्राली जर्जर थी और हत्थे भी जंग से सराबोर थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि झूला रफ्तार पकड़ने के दौरान हादसे का शिकार हो गया। आशंका जताई गई कि अगर झूला रफ्तार पकड़ लेता तो बुरा नतीजा हो सकता था। चौकी प्रभारी सचिन सिरोही ने बताया कि घायल किशोर का इलाज चल रहा है। प्रदर्शनी के सभी झूलो का संचालन बंद कर दिया गया है। दुर्घटनाग्रस्त झूला संचालकों की तलाश की जा रही है।

प्रशासनिक रोक को दरकिनार कर झूला संचालन का प्रयास
बिल्हौर महोत्सव नामी प्रदर्शनी का अक्सर ककवन रोड के समीप आयोजन होता है। बीते वर्ष झूले पर रोक के बावजूद आयोजक अमित ने कई बार गुपचुप तरीके से संचालन का प्रयास किया। मीडिया की सुर्खियों में मामला गहराया तो प्रशासन ने चुस्ती बरत झूला नहीं चलने दिया। वहीं, शुक्रवार को हादसे के बाद यह सवाल तैरता रहा कि आखिर आयोजक की मनमर्जी पर प्रशासन का रवैया क्यों नरम है। जानकारों का कहना है कि यदि आयोजक से सख्ती से पूछताछ की जाएगी तो झूला संचालक और कर्मी तक पहुंचना आसान होगा।

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