शिमला के उच्च सुरक्षा क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधियों से मचा हड़कंप

शिमला : राजधानी शिमला के मॉल रोड के समीप स्थित सेना के उच्च सुरक्षा क्षेत्र में एक शख्स की गतिविधियों ने आर्मी इंटेलिजेंस और स्थानीय पुलिस को सतर्क कर दिया। शुरुआती तौर पर उसकी गतिविधियां संदेहास्पद प्रतीत हुईं लेकिन सुरक्षा एजेंसियों व पुलिस की गहन जांच और पूछताछ के बाद स्पष्ट हुआ कि वह व्यक्ति महज एक पर्यटक है और उसके पास से कोई आपत्तिजनक वस्तु या जानकारी प्राप्त नहीं हुई है।

जानकारी के अनुसार बीते 28 मई को एक अजनबी व्यक्ति को सेना के कमांड क्षेत्र में संदिग्ध रूप से घूमते हुए देखा गया। वह व्यक्ति वहां मौजूद सैन्यकर्मियों से यह पूछताछ कर रहा था कि यहां के आर्मी कमांडर कौन हैं और इस क्षेत्र में कितने सैन्य अधिकारी तैनात रहते हैं। यह व्यवहार असामान्य होने के कारण सेना की इंटेलिजेंस यूनिट सतर्क हो गई। उसकी हरकतों पर नजर रखते हुए आर्मी इंटेलिजेंस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उसकी पहचान और गतिविधियों पर नजर रखना शुरू किया। शुक्रवार यानी 30 मई की शाम उसे ट्रैक करते हुए आर्मी इंटेलिजेंस के अधिकारियों ने अपने साथ लिया और गहन पूछताछ की। पूछताछ के दौरान पता चला कि उसके पास यूएस की भी नागरिकता है, लेकिन जन्मस्थान भारत में ही है। वह भारत में ही एक निजी कंपनी में काम करता है और अपने काम के सिलसिले में अब तक कई देशों की यात्रा कर चुका है। उसने पाकिस्तान और चीन की यात्रा भी की है। शिमला में वह पिछले तीन दिनों से एक निजी होटल में ठहरा हुआ है।

हालांकि प्रारंभ में उसकी गतिविधियां संदेहास्पद मानी गईं और उस पर निगरानी रखी गई लेकिन विस्तृत पूछताछ, दस्तावेजों की जांच और उसके मोबाइल व अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की पड़ताल के बाद कोई भी आपत्तिजनक सामग्री या गतिविधि सामने नहीं आई। उसकी मंशा पर्यटन की प्रतीत हुई और ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला जिससे उसके खिलाफ सुरक्षा संबंधित आरोप सिद्ध किए जा सकें।

शिमला के कार्यकारी एसपी गौरव सिंह ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए पूरी प्रक्रिया अपनाई। प्रारंभ में मामला संदिग्ध लगा लेकिन जांच में पाया गया कि व्यक्ति केवल एक पर्यटक है और उसके विरुद्ध कोई पुख्ता प्रमाण नहीं मिला है।

गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के देहरा उपमंडल में दो दिन पहले एक युवक को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

देहरा पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी युवक भारत की सुरक्षा और संप्रभुता के खिलाफ काम कर रहा था। उसकी गिरफ्तारी के समय उसके मोबाइल फोन से आपत्तिजनक और संदिग्ध सामग्री भी बरामद की गई थी। आरोपी युवक को भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 बीएनएस के तहत गिरफ्तार किया गया है और कोर्ट ने उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।

प्रारंभिक जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि आरोपी युवक कॉलेज ड्रॉपआउट है और सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से सन्दिग्ध गतिविधियों में संलिप्त था।

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