
लखनऊ। राजधानी के ठाकुरगंज इलाके में शनिवार को खुले नाले में गिरकर लापता हुए युवक सुरेश का शव 28 घंटे बाद रविवार सुबह बरामद हुआ। इस हादसे के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरी नाराजगी जताते हुए जिम्मेदारों पर तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।
नगर निगम की लापरवाही बनी जानलेवा
शनिवार को मल्लाही टोला प्रथम वार्ड में मंजू टंडन ढाल के पास सुरेश खुले नाले में गिर गया। आसपास के लोगों ने शोर मचाया, जिसके बाद पुलिस, नगर निगम, एसडीआरएफ और प्रशासनिक टीमें मौके पर जुट गईं। लेकिन सुरेश का कुछ पता नहीं चला। अंततः रविवार सुबह करीब 11 बजे घटनास्थल से करीब एक किलोमीटर दूर उसका शव नाले में तैरता मिला।
ठेकेदार व पार्षद पर एफआईआर, जेई नपे
हादसे के बाद शासन-प्रशासन की नींद टूटी। नगर आयुक्त गौरव कुमार ने आनन-फानन में रिपोर्ट तलब की। जांच में सामने आया कि नाला सफाई में भारी लापरवाही बरती गई थी। इस पर ठेकेदार अंकित कुमार पर एफआईआर दर्ज की गई और उसकी फर्म अनिका इंटरप्राइजेज को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया।
जूनियर इंजीनियर रमन कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया गया है। सहायक अभियंता आलोक कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। नगर निगम के अफसर अब एक-दूसरे पर ठीकरा फोड़ते नजर आ रहे हैं।
सीएम ने जताया दुख, दिए 9 लाख मुआवजे के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे को गंभीरता से लेते हुए प्रमुख सचिव नगर विकास को जवाबदेही तय करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनता की सुरक्षा से जुड़ी किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
साथ ही मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को 9 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने के भी निर्देश जारी किए हैं।
लापरवाही की गहराई तक जाएगी जांच
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सिर्फ निचले स्तर के अधिकारियों को दंडित कर मामला रफा-दफा नहीं किया जाएगा। नगर विकास विभाग को पूरे मामले की गहराई से जांच कर यह तय करने को कहा गया है कि आखिर जिम्मेदारी कहां-कहां तय होती है।
नाले की मौतों पर फिर उठे सवाल
यह पहली बार नहीं है जब लखनऊ में नाले की लापरवाही किसी की जान ले गई हो। बीते वर्ष वजीरगंज में 9 वर्षीय बच्ची नाले में बह गई थी। बावजूद इसके नगर निगम हर साल वही लापरवाही दोहराता है। करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद न जलनिकासी की व्यवस्था सुधरी, न नालों की सुरक्षा सुनिश्चित हो पाई।अब देखना है कि क्या इस बार कोई ठोस सुधार होगा या फिर अगली बारिश तक एक और नाम इस सूची में जुड़ जाएगा।