सुलतानपुर : पांच साल में ही टूट कर गिरने लगी पीएचसी की बिल्डिंग

कनकपुर का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र

सपा सरकार में बनाया गया था पीएचसी का भवन

अभी तक वहां औपचारिकता निभाने ही पहुंच रहे डाक्टर और स्वास्थ्यकर्मी

सुलतानपुर। जिले कें धनपतगंज ब्लॉक का कनकपुर गांव जहां टीकाकरण के बाद एक मासूम बच्चे की मौत हो गई थी। वहीं कई बच्चे बीमार हैं। गांव में बच्चे की मौत के बाद मचे कोहराम के बीच लोगों ने सपा सरकार में बने पीएचसी पर डाक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों के न होने पर नाराजगी जाहिर की है। लोगों का कहना है कि इस गांव में 10 साल पहले अखिलेश सरकार ने अस्पताल दिया, लेकिन यहां डाक्टर और चिकित्साकर्मी कभी कभार केवल औपचारिकता निभाने ही आते रहे।

 प्राप्त जानकारी के अनुसार, तकरीबन 10 साल पहले अखिलेश सरकार में धनपतगंज ब्लॉक के कनकपुर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया था। लाखों रुपए खर्च करके इमारत खड़ी हुई, लेकिन जिस दिन से बिल्डिंग खड़ी हुई उस दिन से ही उक्त स्वास्थ्य केन्द्र पर कभी नियमित रूप से डाक्टर और स्वास्थ्यकर्मी नहीं बैठे। विभागीय उपेक्षा के चलते प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जर्जर हालत में पहुंच गया। जिसके चलते इसके मेन गेट से लेकर बिल्डिंग तक जगह-जगह से टूट कर गिर रहे हैं। यही नहीं अस्पताल की सुरक्षा के लिए बनी बाउंड्री भी  खस्ताहाल होकर गिरने की कगार पर पहुंच गयी है। यहां के स्थानीय निवासी शिव प्रकाश बताते हैं, जब से यह अस्पताल बना है तभी से इस अस्पताल में ताला लगा है। इसे बने हुए लगभग 10 साल हो गए हैं, जो  अब जर्जर होकर टूट रहा है। गांव वालों को इलाज के लिए जिला अस्पताल जाना पड़ता है। कनकपुर के ही निवासी मिंटू सिंह कहते हैं कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का भवन लाखों रूपए खर्च कर बनाया गया लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के चलते यहां आज तक कोई डॉक्टर या स्वास्थ्य कर्मी नहीं पहुंचा है। उन्होंने कहा कि अभी हमारे गांव में हादसा हो गया। अगर यहां पर कोई चिकित्सीय सुविधा मिली होती तो डेढ़ साल का जो बच्चा मरा, उसे बचाया जा सकता था। उसे उल्टा सीधा इंजेक्शन दे दिया गया था। एक अन्य ग्रामीण ने कहा कि यहां डॉक्टर न होने के कारण इलाज कराने के लिए सुल्तानपुर और बल्दीराय जाना पड़ता है। इस सम्बन्ध में सीएमओ डा0 धर्मेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि पीएचसी पर कोई डाक्टर मौजूद रहता है या नहीं, वहां ओपीडी करता है या नहीं इसकी जानकारी मुझे नहीं है। ग्रामीणों से सूचना मिली है कि वहां पिछले दस सालों से कोई स्वास्थ्यकर्मी नहीं है। शिकायत गम्भीर है, जांच कराकर लापरवाह स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगीं।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

रेलवे ग्रुप – डी की नई भर्ती मांग को लेकर छात्रों का प्रदर्शन मेरठ में शहीद इंस्पेक्टर सुनील कुमार का अंतिम संस्कार किया गया। कुंभ में कौन-सी माला बेच रही मोनालिसा सुभाष चंद्र बोस के चार बड़े संदेश Delhi Metro Viral Video : अंग लगा दे रे गाने के साथ सेलिब्रेट की होली #delhimetro #viralvideo #holi