
Sultanpur : भारतीय चमार महासभा के बैनर तले संगठन के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन, जिला महासचिव राकेश वर्मा के नेतृत्व में एडीएम प्रशासन को सौंपते हुए आईजीआरएस विभाग में तैनात एक कर्मचारी पर गंभीर आरोप लगाए। संगठन ने मांग की कि प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर कठोर कार्रवाई की जाए, ताकि आम नागरिकों का विश्वास प्रशासन पर कायम रह सके।
ज्ञापन में कहा गया कि जयसिंहपुर गाडौली निवासी युवक अंकित विश्वकर्मा का आवेदन मार्च से लंबित था। जब उन्होंने निस्तारण की गुहार लगाई तो कर्मचारी अनूप गुप्ता ने गाली-गलौज करते हुए कहा क्या मैं तुम्हारे बाप का नौकर हूं? जैसी अभद्र टिप्पणी कर दी। संगठन ने आरोप लगाया कि यह पहली बार नहीं है जब इस कर्मचारी पर सवाल उठे हों। इससे पहले भी जनहित सेवा संस्थान के अध्यक्ष संजय पांडेय ने इस पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे।
संगठन के नेताओं ने कहा कि इस तरह की घटनाएं प्रशासन की छवि धूमिल करती हैं और नागरिकों का विश्वास कमजोर करती हैं। यदि मामले पर ठोस कदम नहीं उठाए गए तो कार्यालय का माहौल और अधिक अव्यवस्थित होगा तथा भ्रष्टाचार और अभद्रता की प्रवृत्ति बढ़ेगी। संगठन ने यह भी मांग की कि लंबित आवेदनों का समय पर निस्तारण सुनिश्चित किया जाए और कार्यालय में आचरण संहिता लागू की जाए।
इस मौके पर राष्ट्रीय प्रवक्ता एडवोकेट तिलकधारी ने भी प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। ज्ञापन देने वालों में जिला उपाध्यक्ष सूरज त्यागी, राष्ट्रीय महासचिव ध्रुव नारायण विश्वकर्मा, प्रदेश मीडिया प्रभारी अनिल कुमार, अजय वर्मा समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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