सुल्तानपुर : वोट बैंक साधने की कोशिश में एक सड़क के दो नाम, कसौधन समाज में नाराजगी तेज

सुल्तानपुर। नगर पालिका परिषद के चेयरमैन प्रवीण अग्रवाल पर कसौधन समाज के लोगों ने भेदभाव का आरोप लगाया है। समाज का कहना है कि चेयरमैन ने उनके पूर्वज लाला मकदूम राम के नाम से जानी जाने वाली सड़क का नाम बदलकर गुरुनानक देव रोड कर दिया है। इस फैसले से समाज में गहरी नाराजगी फैल गई है।

कसौधन समाज के अंजनी कसौधन उर्फ पिंटू ने बताया कि डाकखाना चौराहे से जिला मेडिकल कॉलेज तक की यह सड़क वर्षों से लाला मकदूम राम रोड के नाम से जानी जाती थी। वर्ष 2011 में चेयरमैन प्रवीण अग्रवाल ने खुद शिलापट की पुनः स्थापना कर इस नाम को सम्मान दिया था। लेकिन 2 नवंबर 2025 को अचानक इसका नया नाम गुरुनानक देव रोड रख दिया गया।

अंजनी कसौधन ने कहा कि यह समाज के इतिहास और भावना के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने बताया कि चेयरमैन को तीसरी बार जिताने में कसौधन समाज का बड़ा योगदान रहा, लेकिन अब उसी समाज की पहचान को मिटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर यह फैसला वापस नहीं लिया गया तो जिलाधिकारी से लेकर शासन स्तर तक आंदोलन किया जाएगा।

जब इस विषय पर चेयरमैन प्रवीण अग्रवाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि रोड का नाम गुरुनानक देव रोड रखा गया है, लेकिन लाला मकदूम राम रोड को निरस्त नहीं किया गया है। दोनों नाम रहेंगे और समाज से बातचीत भी हो चुकी है।

हालांकि, सूत्रों का कहना है कि आगामी चुनाव को देखते हुए वोट बैंक साधने के लिए चेयरमैन ने एक ही सड़क को दो नाम देकर राजनीतिक संतुलन बनाने की कोशिश की है।

अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या शहर की एक सड़क के दो नाम रखना उचित है? प्रशासनिक रूप से यह भ्रम की स्थिति पैदा करेगा और स्थानीय लोगों में असंतोष को और बढ़ाएगा। फिलहाल यह विवाद सुल्तानपुर की नगर राजनीति में नई गर्माहट लेकर आया है।

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