सुल्तानपुर। पूर्व मंत्री व सुलतानपुर विधायक विनोद सिंह जिले में डेंगू के जानलेवा कहर पर गम्भीर हो गए हैं। एक दिन पहले जहां जिला अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग व नगरपालिका की संयुक्त बैठक कर जिम्मेदारों को लताड़ लगाई। अभी तक प्रशासन सरकार को डेंगू के मुद्दे पर केवल गुमराह करता रहा। शहर में कहीं भी फांिगग न होने की शिकायत को विधायक ने गम्भीरता से लिया। उन्होंने डेंगू से बचाव व उपचार के लिए किए जा रहे प्रशासनिक प्रयासों की जानकारी के लिए शनिवार को जिलापंचायत के सभाकक्ष मे प्रेसवार्ता बुलाई। जहां उन्होंनेे कहा कि मैं जिस काम को शुरू करता हूं उसे अंजाम तक पहुंचाता हूं।
शहर के सभी मोहल्लों में फैलते जानलेवा डेंगू से निपटने के लिए विधायक ने कसी कमर
शहर विधायक व पूर्व मंत्री विनोद सिंह ने शनिवार को जिलापंचायत के सभागार में बुलाई गयी प्रेस वार्ता में शुक्रवार को जिला चिकित्सालय में डेंगू के प्रसार को रोकने के लिए की गयी बैठक की कार्यवृत्ति से अवगत कराया। उसके बाद उन्होंने कहा कि लोकतन्त्र के चैथे स्तम्भ मीडिया की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। कोविड काल के बाद जिले में डेंगू के फेले कहर से निपटने के लिए जिला प्रशासन, नगरपालिका व स्वास्थ्य महकमे के भूमिका के बारे में सभी पत्रकारों की राय जानी।
पत्रकारों ने प्रशासन के नकारेपन के बारे में बताया। जिला अस्पताल में चिकित्सकों की कमी, संसाधनों का अभाव, पालिका परिषद में एक भी फागिग मशीन न होने की जानकारी दी गयी। वहीं पत्रकारो ंने कहा कि जब जिलाधिकारी कार्यालय के परिसर में गन्दगी का अम्बार लगा हुआ है तो पूरा शहर कैसे सुरक्षित रह सकेगा। कलेक्ट्रेट में आने वाले दिन में ही मच्छरों का शिकार होकर डेंगू बीमारी अपने घर ले जा रहे हैं। ऐसे संवेदनशील मामले में भी डीएम के कान पर जूं नहीं रेंगी।
कभी भी साफ सफाई व दवाओं का छिड़काव नहीं कराया गया। विधायक श्री सिंह ने मीडिया को बताया कि दो दिन पहले हमने प्रमुख सचिव से जिला चिकित्सालय में रेडियोलाजिस्ट भेजवाने के सम्बन्ध में वार्ता की है। जिस पर उन्होंने स्वीकृति दे दी है। रही बात डेंगू से बचाव के लिए प्रशासन की भूमिका के बारे में आज मुख्यमंत्री सहित उच्चाधिकारियों एवं संगठन के नेताओं को मेल से सूचित कर दिया है। पत्रकारों ने विधायक श्री सिंह से अपील किया कि कोविड काल में जिस तरह कोरोना को पराजित करने में आपका सहयोग मिला वैसे ही सहयोग की आपसे जनता को अपेक्षा है। जिस पर उन्होंने आश्वस्त कराया कि मैं जो कार्य शुरू कर देता हूं उसे अंजाम तक पहुंचाता हूं।