
Sultanpur : दीपावली का त्योहार नजदीक है, लेकिन जिले में पटाखा व्यवसाइयों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। जिला प्रशासन की सुस्ती और देरी से पूरे पटाखा बाजार में हाहाकार मचा हुआ है।
जानकारी के अनुसार, अस्थाई आतिशबाजी की दुकानों के लिए पटाखा व्यवसाइयों ने समय से आवेदन किया था। शासन के निर्देशानुसार जिला प्रशासन द्वारा 18 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक पटाखा दुकानों के लिए अस्थाई लाइसेंस जारी किए जाने थे, लेकिन 19 अक्टूबर हो जाने के बावजूद भी अधिकांश व्यवसाइयों को लाइसेंस नहीं मिल सका है।
लाइसेंस न मिलने से व्यवसाइयों में नाराजगी और निराशा है। कई व्यापारी रोजाना प्रशासनिक कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं, पर उन्हें सिर्फ “आज नहीं तो कल” का भरोसा दिया जा रहा है।
व्यवसायियों का आरोप है कि जिला प्रशासन जानबूझकर देरी कर रहा है। लोगों में यह भी चर्चा है कि कहीं दोहन की प्रतीक्षा में तो पटाखा व्यवसाइयों के लाइसेंस रोक नहीं दिए गए हैं?
इस पूरे प्रकरण पर प्रशासन की ओर से अब तक कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया गया है। वहीं कल दीपावली का दिन है, ऐसे में व्यापारियों को भारी नुकसान की आशंका है।
वहीं जिला प्रशासन मस्त, व्यवसायी त्रस्त दीपावली पर अंधेरे में पटाखा बाजार।










