सुल्तानपुर। स्थानीय कुड़वार क्षेत्र के किसानों के गेहूं की फसल में घटे उत्पादन से परेशान किसानों ने कहा कि उम्मीद से आधा उत्पादन हुआ है। बताया जा रहा है कि मार्च के पहले पखवारे में गेहूं की फसलों में फूल चल रहा था कि उसी समय कुछ ऐसा तापमान और हवा चली कि पैदावार में ग्रहण लग गया। स्थानीय कुड़वार क्षेत्र के भण्ड़रा गांव के किसान आनन्द प्रकाश मिश्रा, पुरुषोत्तम तिवारी, सुनील पांडेय कहते हैं कि इस वर्ष गेहूं की उपज में प्रकृति का ग्रहण लग गया। जिसके चलते गेहूं का दाना हल्का पड़ जाने से पैदावार बहुत घट गई है। इन्द्र बहादुर सिंह कहते हैं कि उत्पादन गिरने से साल भर की कमाई के सपने टूट गए।
हवा ऐसी चली कि नहीं निकल पाई लागत
रामहेत एवं सहदेव पाठक कहते हैं कि इस बार उम्मीद के हिसाब से फसल की उपज न होने से कमाई की बात तो दूर लागत निकलना भी मुश्किल है। सरकार भले ही गेहूं समर्थन मूल्य 2035/-रूपए भले ही निर्धारित किया है पर क्रय केंद्रों पर सन्नाटा पसरा हुआ है।
क्षेत्र के अनंत शेखर पाण्डेय एवं जय प्रकाश पाठक कहते हैं कि पिछले कुछ वर्षों से मौसम किसानों के साथ खलनायकी कर रहा है। पिछले साल अतिवृष्टि/ओला से फसलें तबाह हुईं तो इस बार मौसम के साथ न देने से उत्पादन गिर गया है। फसली कर्ज निपटाना हो या फिर घर के कामकाज के लिए किसानों की कमाई का जरिया गेहूं की फसल पर ही ग्रहण लग गया है।