सुल्तानपुर : जिले को मिली पहले निशुल्क बालिका छात्रावास की सौगात

जयसिंहपुर-सुल्तानपुर। स्थानीय शिक्षा क्षेत्र में जिले के पहले राजकीय बालिका छात्रावास का वर्तमान विधायक ने लोकार्पण कर बालिकाओं को निशुल्क छात्रावास की सौगात दी। इस दौरान उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में बालिकाओं को आगे बढ़ क्षेत्र का नाम रोशन करने की प्रेरणा दी। छात्रावास के पहले दिन शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए ग्यारह बालिकाओं ने अपना नामांकन कराया। इस दौरान क्षेत्र के समस्त जनप्रतिनिधियों ने सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना की सराहना की।

विधायक ने लोकार्पण कर नामांकन का किया शुभारंभ

जयसिंहपुर शिक्षा क्षेत्र के ग्राम पंचायत महमूदपुर सलाहपुर के सुमेरपुर गांव में जिले के पहले राजकीय बालिका छात्रावास का समारोह पूर्वक लोकार्पण किया गया। लोकार्पण का यह कार्यक्रम पंचायत भवन महमूदपुर सलाहपुर में आयोजित किया गया। जिसमे बतौर मुख्य अतिथि के रूप में सदर विधायक राज बाबू उपाध्याय ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर छात्रावास का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि जिले का पहला राजकीय बालिका छात्रावास लाखो की लागत से करीब एक दशक से बनकर तैयार हुआ था। लेकिन किन्ही कारणों से इसका लोकार्पण नही हो सका।

परंतु मेरे विधायक बनने के बाद मैने प्रमुखता से इसकी पहल की। ताकि बालिकाएं आगे बढ़कर क्षेत्र का नाम रोशन करें। इस दौरान उन्होंने पूर्व जिला पंचायत सदस्य धर्मेंद्र सिंह के प्रयासों की भी सराहना करते हुए कहा कि पूर्व जिला पंचायत के प्रयासों से ही यह छात्रावास आज जयसिंहपुर की धरती पर निर्मित हो सका।

इन्ही के प्रयासों और मेहनत से आज क्षेत्र के लोगो को इतनी बड़ी सौगात मिल सकी है। राजकीय बालिका छात्रावास में बालिकाओं को सभी सुविधाएं निशुल्क मुहैया होंगी। इस दौरान विशिष्ठ अतिथि के रूप में शामिल कूरेभार ब्लॉक प्रमुख नवनीत सिंह उर्फ सोनू ने सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना की सराहना करते हुए छात्रवास के शुभारंभ पर सदर विधायक राज बाबू उपाध्याय के प्रति आभार प्रकट कर उनके कार्य की प्रशंसा की।

इस अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक वीपी सिंह ने बताया कि शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए राजकीय बालिका छात्रावास के पहले दिन ग्यारह बालिकाओं ने अपना नामांकन कराया है। इस छात्रावास में अनुसूचित जाति, अनसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर बालिकाओं को सारी सुविधाएं निशुल्क मुहैया कराई जाएंगी। छात्रावास में सभी पदों पर नियुक्तियां हो चुकी है। इस छात्रावास का प्रभार राजकीय हाईस्कूल पीढ़ी की सहायक अध्यापिका रुचि को दिया गया है। इस अवसर पर नोडल अधिकारी/सह जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ आर जे मौर्य, पूर्व जिला पंचायत सदस्य धर्मेंद्र सिंह समेत काफी संख्या में स्थानीय लोग और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

सौ बेड के छात्रावास बनाने की स्वीकृति वित्तीय वर्ष 2015-16 में मिली थी। इसके लिए एक करोड़ 70 लाख 25 हजार रुपए का बजट आवंटित हुआ था। छात्रवास निर्माण का जिम्मा उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी संघ लिमिटेड को दिया गया था। धीमी कार्य प्रगति की वजह से छात्रावास का निर्माण लगभग छह सालो तक चला। अब जाकर 100 बेड के छात्रावास का निर्माण पूरा हो सका। इस दो मंजिला भवन में 25 कमरे बनाए गए है। प्रत्येक कक्ष में चार-चार छात्राओं के लिए बेड को व्यव्स्था दी गई है। छात्रवास में बाउंड्रीवॉल, स्टोर रूम, स्नानागार, रसोई घर, प्रसाधन की व्यवस्था है।

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