
रोहतक : हरियाणा के ADGP वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के नौ दिन बाद उनका परिवार पोस्टमॉर्टम के लिए राजी हो गया है। बुधवार को पोस्टमॉर्टम के बाद शाम 4 बजे चंडीगढ़ में अंतिम संस्कार होगा। उनकी पत्नी IAS अमनीत कुमार एफआईआर दर्ज होने तक पोस्टमॉर्टम नहीं कराने पर अड़ी थीं। वहीं, जांच कर रहे ASI संदीप कुमार ने मंगलवार को खुद को गोली मार ली थी। सुसाइड नोट में उन्होंने पूरन कुमार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। संदीप के परिवार ने IAS अमनीत की गिरफ्तारी की मांग की है। तारीख 6 अक्टूबर 2025, जहां रोहतक की साइबर सेल में तैनात 41 वर्षीय ASI संदीप लाठर ने एक बड़ी कार्रवाई की। उन्होंने IPS पूरन कुमार के गनमैन सुशील कुमार को रंगे हाथों गिरफ्तार किया. 2.5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए. यह रकम एक शराब ठेकेदार से वसूली जा रही थी, जिसे एक गैंगस्टर ने धमकी दी थी। ठेकेदार ने सुरक्षा के लिए पूरन कुमार से मदद मांगी, लेकिन आरोप है कि मदद के बदले ही यह रिश्वत डिमांड की गई। सुशील ने पूछताछ में कबूल किया “यह सब पूरन कुमार के निर्देश पर हो रहा था।” पुलिस ने वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जो अब सबूत बन चुकी है।
उसी शाम, रोहतक के SP नरेंद्र बिजरानिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुष्टि की. जहां पता चला की आरोपी गनमैन ने साफ कहा कि वह रकम पूरन कुमार के आदेश पर ले रहा था। और
FIR दर्ज हो गई, और पूरन कुमार पर तलवार लटक गई। जानकारी के मुताबिक इसी के बाद पूरन कुमार टूट चुके थे – विभागीय दबाव, ट्रांसफर की अफवाहें, और ऊपर से जातीय तनाव.. ये तीन चीजे निकलकर सामने आईं।
फिर आया 7 अक्टूबर का वह मनहूस दिन। जहां चंडीगढ़ में अपने सरकारी आवास पर 52 वर्षीय IPS वाई. पूरन कुमार ने खुद को गोली मार ली। 2001 बैच के इस सीनियर अधिकारी ने 9 पेज का सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उन्होंने हरियाणा DGP शत्रुजीत कपुर समेत 8 सीनियर IPS अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए – जाति-आधारित भेदभाव, मानसिक उत्पीड़न, अपमान और अत्याचार। नोट में लिखा – ये लोग मुझे तोड़ना चाहते हैं, मेरी छवि खराब करना चाहते हैं। पूरन दलित समुदाय से थे, और उनका नोट ने राजनीतिक तूफान ला दिया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने परिवार से मिलकर कहा – यह सिर्फ एक परिवार की बात नहीं, पूरे दलित समुदाय का अपमान है।

हरियाणा सरकार ने तुरंत एक्शन लिया DGP कपुर को छुट्टी पर भेजा, और SP बिजरानिया को ट्रांसफर कर दिया। लेकिन पूरन कुमार का शव आज 15 अक्टूबर है, यानी 8 दिन गुजर चुके हैं, फिर भी अंतिम संस्कार नहीं हुआ। क्यों? क्योंकि उनकी पत्नी, IAS अमनीत पी. कुमार, ऑटोप्सी के लिए सहमति नहीं दे रही। उनकी मांग आरोपी अधिकारियों की गिरफ्तारी
पूरन कुमार की मौत ने सवालों का सैलाब ला दिया – क्या यह आत्महत्या थी, या दबाव का नतीजा? लेकिन अब आया है सबसे बड़ा ट्विस्ट! महज एक हफ्ते बाद, 14 अक्टूबर को रोहतक के लधोट गांव के पास एक फार्महाउस में ASI संदीप लाठर का शव मिला। उन्होंने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली। 3 पेज का सुसाइड नोट और 6 मिनट 26 सेकंड की वीडियो – दोनों में उन्होंने पूरन कुमार पर उंगलियां उठाईं। संदीप ने कहा – “पूरन कुमार भ्रष्ट अधिकारी थे। उनकी मौत का कारण था डर कि उनका भ्रष्टाचार उजागर हो जाएगा।” वीडियो में आरोप – पूरन ने रोहतक रेंज में ईमानदार अफसरों को हटाया, अपनी जाति के भ्रष्ट लोगों को प्रमोट किया। फाइलें रोकीं, पैसा मांगा, याचिकाकर्ताओं को तंग किया।
संदीप ने पूरन की पत्नी अमनीत कौर पर भी निशाना साधा – “वे भी डर रही हैं कि उनका भ्रष्टाचार खुल जाएगा। उनकी संपत्ति की जांच होनी चाहिए।” और हां, संदीप ने DGP कपुर और SP बिजरानिया की तारीफ की – “ये ईमानदार अफसर हैं।” संदीप जाट समुदाय से थे, उनके चाचा पूर्व खाप प्रधान। रोहतक SP सुरेंद्र सिंह भोरिया ने कहा – “संदीप कड़ी मेहनत करने वाला अफसर था। फॉरेंसिक टीम जांच कर रही है।”
लेकिन सवाल यह है – संदीप ने सुसाइड क्यों किया? क्या पूरन केस की जांच का दबाव था, या कुछ और? अब जींद और रोहतक में तनाव चरम पर है। जाट समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आए हैं। संदीप का शव परिवार ने पुलिस से छीन लिया, और जुलाना-लखन माजरा हाईवे पर रख दिया। मांग – IAS अमनीत कौर की गिरफ्तारी, निष्पक्ष जांच और न्याय! संदीप के भाई जसबीर ने कहा –-सुसाइड नोट के आधार पर FIR दर्ज हो, कार्रवाई हो। हम शव नहीं सौंपेंगे जब तक मांगें पूरी नहीं होतीं।
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