
पेशावर। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की राजधानी और सबसे बड़े शहर पेशावर में आज सुबह लगभग 8ः10 बजे फेडरल कांस्टेबुलरी मुख्यालय के गेट पर एक आत्माघाती बम विस्फोट में तीन जवानों की जान चली गई और पांच घायल हो गए। खैबर पख्तूनख्वा पुलिस के मुताबिक, यह हमला पेशावर के उत्तर-पश्चिम के सद्दार इलाके में हुआ। सुरक्षा अधिकारियों ने कहा है कि तीन आत्मघाती आतंकियों में से एक ने गेट पर धमाका किया, जबकि दो कंपाउंड में घुसने में कामयाब रहे, लेकिन गोली लगने से मारे गए।
खैबर पख्तूनख्वा के पुलिस महानिरीक्षक जुल्फिकार हमीद ने कहा कि तीनों हमलावरों को ढेर कर दिया गया है। लेडी रीडिंग अस्पताल के प्रवक्ता मोहम्मद आसिम के मुताबिक, मृतकों और घायलों में फेडरल कांस्टेबुलरी के लोग और आम लोग दोनों शामिल हैं। घायलों की हालत स्थिर है। प्रवक्ता आसिम ने कहा कि धमाके में घायल नौ लोगों को उनके यहां लाया गया है।घायलों में तीन जवान और आम नागरिक शामिल हैं।
डान अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, पेशावर शहर के पुलिस अधिकारी डॉ. मियां सईद अहमद ने कहा, “शुरू में तीन आतंकवादियों ने मुख्यालय पर हमला करने की कोशिश की। एक हमलावर ने गेट पर खुद को उड़ा लिया, जबकि दो अन्य ने अंदर घुसने की कोशिश की। उन्हें मार गिराया गया। फिलहाल किसी भी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
फेडरल कांस्टेबुलरी का नाम पहले सिविलियन पैरामिलिट्री फोर्स था। सरकार ने जुलाई में इसका नाम बदला था। फेडरल कांस्टेबुलरी का मुख्यालय भीड़भाड़ वाले इलाके में है। यह मिलिट्री कैंटोनमेंट के पास है। यहां बैरक, अस्पताल और अधिकारियों के रहने के आवास हैं। यह हमला तब हुआ जब यहां आज मेन कंपाउंड में एक मीटिंग होनी थी। हाल के वर्षों में पेशावर में किसी बल पर दूसरा बड़ा आतंकी हमला है। 2023 में पेशावर पुलिस लाइन्स में एक मस्जिद पर हुए आत्मघाती हमले में 84 लोग मारे गए थे।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए बल की समय पर की गई कार्रवाई के लिए तारीफ की। उन्होंने घायलों के ठीक होने की दुआ भी की है। राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने भी हमले की निंदा करते हुए शहीद जवानों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई।














