
बिल्हौर (कानपुर)। अधिवक्ता अधिनियम में प्रस्तावित संशोधन के विरोध में मंगलवार को बिल्हौर के अधिवक्ता हड़ताल पर रहे। इस दौरान प्रस्तावित बिल की प्रतियां जला विरोध जताया गया और नारेबाजी कर कार्यालय बंद कराए गए। आंदोलन के चलते तहसील में कामकाज ठप्प रहा।
बिल्हौर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष आलोक मिश्रा, महामंत्री महेंद्र कुशवाहा व लॉयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण कुमार, महामंत्री राजीव कटियार ने बताया कि केंद्र सरकार ने अधिवक्ता अधिनियम में प्रस्तावित संशोधन के जरिए अधिवक्ताओं के खिलाफ कुचक्र रचा है। इसमें अधिवक्ताओं के अधिकार को कुचलने का प्रावधान निहित है। जिससे अधिवक्ता समाज में नाराजगी है और जगह-जगह आंदोलन कर प्रस्तावित बिल वापसी की मांग की जा रही है। इसी के चलते मंगलवार को बार काउंसिल के आह्वाहन पर बिल्हौर में अधिवक्ताओं ने हड़ताल कर नारेबाजी की। इस दौरान पूर्ण रूप से कलम बंद कर अधिवक्ताओं ने दफ्तरों का घेराव किया और प्रस्तावित बिल की प्रतियां जलाकर विरोधी स्वर बुलंद किया। उन्होंने बताया सालों से अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम की मांग उठाई जा रही है, लेकिन शासन से अब तक इसे मंजूरी नहीं मिली। जबकि मांग के उलट अधिवक्ता अधिनियम में संशोधन कर अधिकारों का हनन किया जा रहा है। पदाधिकारियों के मुताबिक बिल वापसी तक आंदोलन होते रहेंगे। वहीं, हड़ताल के चलते तहसील के कामकाज ठप्प रहे। इससे वादकारियों को मायूसी का दंश भुगतना पड़ा।










