यमुनानगर में अवैध खनन रोकने के लिए कड़ी जांच

यमुनानगर में अवैध खनन पर अंकुश लगाने के लिए जिले में 16 जगह नाके लगाए गए हैं और इन नाकों पर पांच अलग-अलग विभागों के कर्मचारी 24 घंटे तैनात है। नाके पर गुजरने वाली हर गाड़ी के ई-रवाना बिल की जांच हो रही है, ताकि अवैध खनन किसी भी सूरत में ना हो।

लेकिन दिन हो या रात जेसीबी के पीले पंजे से यमुना नदी का सीना छलनी किया जा रहा है। अगर अधिकारी अपने कमरे से बाहर निकलता है तो यह रेकी ग्रुप हर विभाग के अधिकारी की पल-पल की अपडेट व्हाट्सएप ग्रुप में डालता है। अवैध खनन के इस खेल को बदस्तूर जारी रखा जा सके। मंगलवार को हरियाणा एंटी करप्शन सोसाइटी के प्रदेश अध्यक्ष वरयाम सिंह ने बताया कि जिले में अवैध खनन अधिकारी रोकने में नाकाम साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे पास अवैध खनन के पुख्ता प्रमाण है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नाके पर तैनात कर्मचारी कहते हैं कि हमें कार्रवाई करने का कोई अधिकार नहीं है। जबकि जिले में व्हाट्सएप रेकी ग्रुप इतने सक्रिय है कि वह पल-पल की अपडेट ग्रुप में डालते है।

यमुनानगर के जिला उपायुक्त पार्थ गुप्ता का कहना है कि हमने अवैध खनन को रोकने के लिए जिले में 16 जगह नाके लगाए हैं। हम खनन क्षेत्र में अवैध खनन को रोकने के लिए भी जल्द एक बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं। इसके लिए एक टीम जल्द तैयार की जाएगी ताकि अवैध खनन को रोका जा सके।

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