
सारा ब्लैकबर्न की कहानी वाकई चौंकाने वाली और विचार करने योग्य है। एक दिन उन्होंने मजाक-मजाक में पूरी बॉडी का MRI स्कैन करवाने का फैसला किया, लेकिन जो परिणाम सामने आए, वे न केवल सारा के लिए बल्कि उनके डॉक्टरों के लिए भी हैरान कर देने वाले थे। दरअसल, सारा अपने शरीर में एक ‘टाइम बम’ लेकर घूम रही थीं, और उन्हें इसका कोई आभास तक नहीं था।
सारा को किसी भी तरह के लक्षण नहीं थे, और वह पूरी तरह से स्वस्थ जीवन जी रही थीं, लेकिन स्कैन रिपोर्ट ने एक खतरनाक स्वास्थ्य स्थिति का खुलासा किया। रिपोर्ट में पाया गया कि उनकी प्लीहा धमनी में ‘प्लीहा धमनी धमनीविस्फार’ (Splenic Artery Aneurysm) था, जो बेहद खतरनाक साबित हो सकता था। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें धमनी की दीवार कमजोर हो जाती है और वह फुलने लगती है। इसके फटने से गंभीर रक्तस्राव हो सकता है, जो जानलेवा हो सकता है।
सारा की किस्मत अच्छी थी कि उन्होंने समय पर स्कैन करवाया, जिसके चलते उनका जीवन बच गया। बाद में किए गए टेस्ट्स में यह भी सामने आया कि उनकी प्लीहा धमनी में दो धमनीविस्फार थे। डॉक्टरों ने उनकी प्लीहा (तिल्ली) को हटाने की सलाह दी, और सफल सर्जरी के बाद अब सारा ठीक हो रही हैं, हालांकि वह अब बिना स्प्लीन के जीवन जी रही हैं।
सारा ने इस अनुभव के लिए भगवान का धन्यवाद किया है, क्योंकि उन्होंने अपनी मजाकिया सूरत में की गई उस जांच के चलते समय पर गंभीर स्वास्थ्य समस्या का पता चला। हालांकि, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि इस स्थिति ने उन्हें बहुत चिंता में डाल दिया था।
अब सवाल यह उठता है कि क्या समय-समय पर पूरा बॉडी स्कैन करवाना एक अच्छा कदम हो सकता है या फिर यह एक अनावश्यक चिंता को बढ़ाने वाला फैसला है? सारा के अनुभव से यही सामने आता है कि कई गंभीर चिकित्सा स्थितियां सालों तक बिना किसी लक्षण के छिपी रहती हैं, और कभी-कभी यही लक्षण अचानक सामने आते हैं।
इसलिए, शायद यह कहना गलत नहीं होगा कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और समय पर जांच करवाना जीवन को बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।