
आसनसोल। पश्चिम बंगाल में 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले तृणमूल कांग्रेस के भीतर गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्य महासचिव वी. शिवदासन ने पश्चिम बर्धमान जिला अध्यक्ष और पांडवेश्वर से विधायक नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती पर भारतीय जनता पार्टी के साथ गुप्त सांठगांठ रखने का सनसनीखेज आरोप लगाया है।
मंगलवारी को शिवदासन ने फेसबुक लाइव के माध्यम से चक्रवर्ती पर सीधा हमला करते हुए कहा कि वे विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के साथ मिलकर पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं और 2026 के चुनाव में भाजपा से टिकट पाने के लिए प्रयासरत हैं।
शिवदासन ने आरोप लगाया है कि
नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती भाजपा से मिलकर पार्टी की जड़ें कमजोर कर रहे हैं। वे गुपचुप तरीके से शुभेंदु अधिकारी से संपर्क में हैं और भाजपा से टिकट के लिए सौदेबाजी कर रहे हैं। यह पार्टी के लिए विनाशकारी है।
शिवदासन ने चक्रवर्ती को “अहंकारी और स्वार्थी” बताते हुए उनकी संगठनात्मक भूमिका पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति के पास जिला अध्यक्ष बनने की कोई योग्यता नहीं है।
चुनावी आंकड़ों का हवाला देते हुए शिवदासन ने कहा ने कि
असनसोल लोकसभा उपचुनाव में पांडवेश्वर से तृणमूल उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा को एक लाख वोटों की बढ़त मिली थी, जबकि दो साल बाद हुए आम चुनाव में यह घटकर केवल चालीस हजार रह गई। आखिर साठ हजार वोटों की कमी क्यों आई?
वी. शिवदासन न सिर्फ टीएमसी के राज्य महासचिव हैं बल्कि जिला परिषद में ‘मेंटर’ की भूमिका भी निभा रहे हैं। वे पूर्व में कांग्रेस से जुड़े रहे हैं और अब तृणमूल के एक वरिष्ठ रणनीतिकार माने जाते हैं। ऐसे में उनके आरोपों ने टीएमसी के भीतर की दरार को सार्वजनिक कर दिया है।
इस पूरे विवाद पर भाजपा की प्रतिक्रिया भी सामने आई है।
बीजेपी नेता जितेन्द्रनाथ तिवारी ने कहा है कि पार्टी का स्पष्ट रुख है कि नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती जैसे भ्रष्ट और अत्याचारी नेता को भाजपा में कोई स्थान नहीं मिलेगा।
हालांकि, नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती ने इस पूरे मामले पर अब तक कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की है।