
कोलकाता। बिहार से बंगाल में हथियारों की तस्करी के बड़े प्रयास को पश्चिम बंगाल पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने नाकाम कर दिया है। गुरुवार शाम गुप्त सूचना के आधार पर मुर्शिदाबाद जिले के फरक्का थाना क्षेत्र में नेताजी सेतु के नीचे एसटीएफ की टीम ने छापा मारकर हथियारों की बड़ी खेप जब्त की है। एसटीएफ के एसपी आईपीएस इंद्रजीत बसु ने शुक्रवार सुबह इस पूरे अभियान की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए तस्करों में दो बिहार के भागलपुर जिले के कहलगांव के निवासी हैं—मुकेश मिश्रा और श्यामजीत कुमार ठाकुर, दोनों की उम्र 45 वर्ष है। इनके साथ ही पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के कालियाचक इलाके से दो युवक भी पकड़े गए हैं—नइमुद्दीन शेख, उम्र 23 वर्ष और सनाउल शेख, उम्र 22 वर्ष। चारों एक साथ मिलकर बिहार से अवैध हथियारों की खेप लेकर बंगाल में प्रवेश कर रहे थे, तभी एसटीएफ ने उन्हें रंगे हाथ धर दबोचा।
एसपी इंद्रजीत बसु ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों के पास से कुल नौ पाइपगन (वन-शॉट फायरआर्म) बरामद किए गए हैं। इसके साथ ही आठ मिमी के कुल 138 राउंड ताजे कारतूस और सात मिमी के 20 राउंड कारतूस भी जब्त किए गए हैं। अवैध हथियारों को छिपाने और परिवहन करने के लिए एक मालवाहक वाहन का इस्तेमाल किया जा रहा था, जिसका पंजीकरण बिहार राज्य में है।
इस पूरे मामले को लेकर पश्चिम बंगाल एसटीएफ के मुख्यालय थाने में आर्म्स एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। गिरफ्तार आरोपितों को विधाननगर के एसीजेएम कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड की मांग की जाएगी।
इंद्रजीत बसु ने बताया कि यह कार्रवाई राज्य में अवैध हथियारों की आपूर्ति की एक बड़ी साजिश को विफल करने में अहम रही है। प्रारंभिक जांच से संकेत मिले हैं कि ये आरोपित अंतरराज्यीय तस्करी गिरोह से जुड़े हैं और इनका उद्देश्य बंगाल के विभिन्न जिलों में हथियारों की आपूर्ति करना था। उन्होंने कहा कि जांच अभी जारी है और इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।