
देशभर में इन दिनों भीषण गर्मी का प्रकोप देखने को मिल रहा है। ऐसे में ठंडक पाने के लिए लोग अक्सर कोल्ड ड्रिंक्स या सॉफ्ट ड्रिंक्स का सहारा लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये ड्रिंक्स जितनी ठंडक देती हैं, उससे कहीं ज्यादा आपके शरीर को नुकसान पहुंचाती हैं? विशेषज्ञों की मानें तो कोल्ड ड्रिंक्स का अधिक सेवन डिहाइड्रेशन, मोटापा, डायबिटीज और पाचन संबंधी परेशानियों की वजह बन सकता है।
कोल्ड ड्रिंक्स के साइड इफेक्ट्स
1. डिहाइड्रेशन की समस्या और प्यास बढ़ाना
कोल्ड ड्रिंक्स में कैफीन और शुगर की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर से पानी बाहर निकालने का काम करते हैं। यह प्यास बुझाने की बजाय डिहाइड्रेशन को और बढ़ा सकते हैं।
2. मोटापा और पेट की चर्बी बढ़ना
कोल्ड ड्रिंक्स में मौजूद ऐडेड शुगर और हाई कैलोरी कंटेंट तेजी से वजन बढ़ा सकते हैं। अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रिशन के अनुसार, नियमित रूप से कोल्ड ड्रिंक पीने वाले लोगों में पेट की चर्बी बढ़ने का खतरा ज़्यादा होता है।
3. डायबिटीज का खतरा
एक कोल्ड ड्रिंक कैन में लगभग 8-10 चम्मच तक चीनी होती है। हार्वर्ड रिपोर्ट बताती है कि मीठे ड्रिंक्स के नियमित सेवन से टाइप-2 डायबिटीज़ का खतरा 26% तक बढ़ जाता है।
4. पाचन संबंधी समस्याएं
कार्बन डाइऑक्साइड और कैफीन के कारण गैस, अपच, पेट फूलना और एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लंबे समय तक इसका सेवन पेट की आंतरिक परत को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
5. हृदय रोग और हाई बीपी का खतरा
शुगर और कैफीन मिलकर ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकते हैं, जिससे हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा भी बढ़ता है।
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गर्मियों में हेल्दी पेय विकल्प
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मी में शरीर को ठंडक देने और डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए कोल्ड ड्रिंक्स की बजाय देसी और नेचुरल पेय पदार्थों का सेवन करना चाहिए:
- नींबू पानी (कम चीनी या शहद के साथ)
- छाछ या मट्ठा
- नारियल पानी
- सत्तू का शरबत
- बेल का शरबत
- गन्ने का रस
ये सभी पेय शरीर को ठंडक देने के साथ-साथ पोषण भी प्रदान करते हैं और डिहाइड्रेशन से बचाते हैं।