लखनऊ। प्रदेश में कोरोना के नाम सुनते ही देशवासियों की धड़कने तेज होने लगती है। क्योंकि 2022 के पहले ही लोगों ने इस महामारी को झेला हैं, इन्हीं कारणों से लोगों के मन में बेहद डर सा बैठ गया हैं। वैसे तो मरीजों में लगातार कमी देखने को मिल रही है, रविवार की सुबह 219 नए कोरोना संक्रमितों की सख्या देखने को मिली, इस वायरस की चपेट में आकर पाई गई एक पॉजिटिव महिला की मौत हो गई. बाते शनिवार को 24 घंटे में 800 के करीब नए मरीज आए थे. वहीं, 5 लोगों की जान चली गई थी. दूसरी तरफ पूर्व मंत्री अहमद हसन की भी मौत हो गई थी।
844 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि
बताया जा रहा है कि बीते शुक्रवार को एक लाख 60 हजार से ज्यादा कोविड टेस्ट में 844 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि पाई गई थी, इसी के साथ ही 1647 मरीज डिस्चार्ज किए गए थे. देश में सर्वाधिक 10 करोड़ 25 लाख से अधिक टेस्ट यूपी में किए गए थे. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक से अधिक है।
वहीं केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी और मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने का निर्देश दिया गया. दूसरी लहर में सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं, 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया है, अब तीसरी लहर में 90 फीसद ओमीक्रोन वैरिएंट पाया जा रहा है. 17 जनवरी को दैनिक संक्रमण दर 7.11 फीसद, 19 जनवरी को सबसे अधिक 7.78 फीसद थी, जो अब घटकर 0.95 फीसदी पर आ गई ।
तीसरी लहर से निपटने के लिये 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू
प्रदेश में जनवरी की शुरुआत में तीसरी लहर पीक पर थी. इस दौरान एक लाख 16 हजार 616 एक्टिव केस थे. वहीं, अब 8,683 हजार रह गए हैं. सरकार ने तीसरी लहर से निपटने की व्यवस्था कर ली है. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं, 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. वहीं 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए जा चुके हैं।