
बरेली। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित जनपद ऊधम सिंह नगर और बरेली में मादक पदार्थों के अवैध कारोबार के खिलाफ पुलिस का कड़ा रुख जारी है। इस सिलसिले में हाल ही में हुई घटना ने एक बार फिर कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए, जब ऊधम सिंह नगर पुलिस ने बिना स्थानीय पुलिस को सूचित किए बरेली के फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र में दबिश दी।
इस घटनाक्रम पर बरेली पुलिस ने तत्परता और पेशेवर कार्यशैली का परिचय देते हुए स्थिति को संभाला। लेकिन इस पूरे मामले में एसएसपी अनुराग आर्य की कार्यशैली एक बार फिर से चर्चा में आ गई। उनकी दूरदर्शिता, निष्पक्षता और कड़े एक्शन के कारण पुलिस न सिर्फ अवैध मादक पदार्थों के कारोबार पर लगातार प्रहार कर रही है, बल्कि दूसरे राज्यों की पुलिस को भी यह स्पष्ट संदेश दे रही है कि कानून का पालन करना सबके लिए अनिवार्य है।
जानकारी के मुताबिक, ऊधम सिंह नगर पुलिस ने बीती रात बरेली जिले के फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र में बिना किसी पूर्व सूचना के दबिश दी। चौकी प्रभारी ने जब गश्त के दौरान इस संदिग्ध गतिविधि को नोटिस किया, तो वे तत्काल मौके पर पहुंचे और स्थिति पर नजर रखी। ऊधम सिंह नगर पुलिस ने 16 लोगों को हिरासत में लिया और कई मकानों की तलाशी भी ली।
हालांकि, इस पूरी कार्यवाही के दौरान किसी भी प्रकार का अवैध मादक पदार्थ बरामद नहीं हुआ। हिरासत में लिए गए 16 व्यक्तियों में से 15 को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया, जबकि एक व्यक्ति, आशिफ पुत्र हरीश अहमद, जो थाना पुलभट्टा के मुकदमा संख्या 39/2025 में वांछित था, उसे जेल भेजा गया।
इस पूरी घटना में एसएसपी अनुराग आर्य की सख्ती देखने को मिली। उन्होंने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए पूरे घटनाक्रम की जांच सुनिश्चित कराई। पुलिस द्वारा की गई जांच में यह सामने आया कि हिरासत में लिए गए 16 लोगों में से 14 के खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं था, जबकि एक व्यक्ति पर मारपीट का केस दर्ज था।एसएसपी अनुराग आर्य पहले से ही बरेली जिले को नशा और अपराध मुक्त बनाने की मुहिम में जुटे हुए हैं। पिछले 5 वर्षों में एनडीपीएस एक्ट के तहत 1357 मुकदमे दर्ज किए गए और करीब 1500 अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा गया। इसमें से सिर्फ फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र में ही 176 मुकदमे दर्ज कर 200 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।
इसके अलावा, बरेली पुलिस ने 116 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त की और अवैध रूप से बनाई गई संपत्तियों को ध्वस्त करने का भी अभियान चलाया। चार बड़े ड्रग माफियाओं को पिट एनडीपीएस एक्ट के तहत निरुद्ध किया गया।
एसएसपी अनुराग आर्य की अगुवाई में पुलिस अपराधियों पर लगातार शिकंजा कस रही है। सिर्फ इस साल जनवरी से अब तक 69 दिनों में एनडीपीएस एक्ट के तहत 51 मुकदमे दर्ज कर 103 अपराधियों को जेल भेजा जा चुका है।पुलिस न केवल ड्रग माफियाओं के खिलाफ लड़ रही है, बल्कि सभी प्रकार के अपराधियों को सबक सिखा रही है। पिछले 8 महीनों में 72 अपराधी पुलिस मुठभेड़ में घायल हुए और उन्हें जेल भेजा गया।
एसएसपी अनुराग आर्य की पुलिसिंग का एक अहम पहलू यह भी है कि अगर कोई बाहरी पुलिस टीम बरेली में किसी अपराधी को पकड़ने के लिए आती है, तो उन्हें पूरा सहयोग दिया जाता है। लेकिन कानून का पालन करते हुए सभी एजेंसियों को उचित प्रक्रिया अपनानी होगी।