
Mohammed Shami : भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल से पहले इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) से एक महत्वपूर्ण अपील की है। शमी ने गेंद पर लार (saliva) के इस्तेमाल पर लगाए गए प्रतिबंध को वापस लेने की मांग की है। इस अपील का कारण यह है कि लार के इस्तेमाल से गेंदबाजों को रिवर्स स्विंग (reverse swing) हासिल करने में मदद मिलती है, और इसके बिना तेज गेंदबाजों के लिए गेंद को स्विंग कराना ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
बॉल पर थूक लगाने का इतिहास
साल 2020 में जब कोविड-19 महामारी के कारण खेलों को लेकर नई सुरक्षा गाइडलाइंस लागू की गईं, तो आईसीसी ने खिलाड़ियों के लिए गेंद पर लार लगाने पर रोक लगा दी थी। इसका मुख्य कारण यह था कि लार का इस्तेमाल संक्रमण फैलाने का एक संभावित खतरा हो सकता था, क्योंकि थूक में वायरस का संक्रमण हो सकता था। इस दौरान, गेंद को चमकाने के लिए पसीने का इस्तेमाल करने की इजाजत दी गई थी।
हालांकि, महामारी के बाद भी आईसीसी ने साल 2022 में स्थायी रूप से गेंद पर लार लगाने के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लागू कर दिया। आईसीसी की आचार संहिता के तहत अब इसे बॉल टेम्परिंग (ball tampering) के श्रेणी में रखा गया है। इसका मतलब है कि अब इंटरनेशनल क्रिकेट में कोई भी खिलाड़ी गेंद पर लार का इस्तेमाल नहीं कर सकता, और यदि ऐसा किया जाता है, तो यह अनुशासनात्मक उल्लंघन माना जाएगा।
मोहम्मद शमी ने कहा- वापस लाओ कानून
मोहम्मद शमी ने अपनी अपील में कहा है कि लार के इस्तेमाल से गेंद को रिवर्स स्विंग कराने में मदद मिलती है। उनका कहना है कि गेंदबाज रिवर्स स्विंग करने के लिए लगातार प्रयास करते हैं, लेकिन बिना लार के इस्तेमाल के यह बहुत मुश्किल हो जाता है। शमी का मानना है कि गेंद पर लार लगाने से न केवल गेंद चमकदार होती है, बल्कि इससे स्विंग भी बेहतर हो सकती है, जिससे गेंदबाजों को गेंद पर ज्यादा नियंत्रण मिलता है।
उन्होंने अपनी बात को इस तरह से रखा, “हम कोशिश कर रहे हैं कि गेंद को रिवर्स स्विंग कराएं, लेकिन हमें गेंद पर लार लगाने की अनुमति नहीं है। हम लगातार इस बात की अपील कर रहे हैं कि लार के इस्तेमाल की अनुमति दी जाए ताकि गेंद को सख्त और चमकदार बनाए रखा जा सके और रिवर्स स्विंग करने में मदद मिल सके।”
लार के प्रतिबंध के बाद गेंदबाजों के लिए गेंद पर नियंत्रण रखना और स्विंग प्राप्त करना कठिन हो गया है। लार का इस्तेमाल एक प्राकृतिक तरीका था जिससे गेंद को चमकाने और उसे बेहतर तरीके से स्विंग करने में मदद मिलती थी। अब जब लार पर प्रतिबंध है, तब गेंदबाजों को अन्य तरीकों से गेंद को चमकाने की कोशिश करनी पड़ती है, जो कि उतना प्रभावी नहीं हो पाता।
मोहम्मद शमी ने आगे कहा, “मैं अपनी लय वापस पाने और टीम के लिए और अधिक योगदान देने की कोशिश कर रहा हूं। यह एक जिम्मेदारी है जब दो तेज गेंदबाज नहीं होते हैं, और मुझे अधिक जिम्मेदारी निभानी होती है। जब आप एक मुख्य तेज गेंदबाज होते हैं और दूसरा एक ऑलराउंडर होता है तो एक पर प्रेशर होता है। आपको विकेट लेने होंगे और आगे बढ़कर नेतृत्व करना होगा।”
बता दें कि अगर मोहम्मद शमी की अपील पर आईसीसी गेंद पर थूक लगाने पर लगे प्रतिबंध हटा देता है तो गेंदबाजों के लिए यह बड़ा बदलवा हो सकता है। जिससे गेंदबाजों को रिवर्स स्विंग में मदद मिल सकती है। टेस्ट क्रिकेट और सीमित ओवर के मुकाबलों में बहुत अहम भूमिका निभाती है। इस तरह की स्विंग गेंदबाजी गेंदबाजों को बल्लेबाजों को चुनौती देने में मदद करती है और मैच में रोमांच भी पैदा करती है।