
- अखिलेश नवनिर्मित कार्यालय और आवास का गुरुवार काे करेंगे उद्घाटन व गृह प्रवेश
आज़मगढ़। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव तीन जुलाई को आज़मगढ़ जिले में बने अपने नवनिर्मित पार्टी कार्यालय और आवास का उद्धघाटन के साथ गृह प्रवेश करेंगे। इस दाैरान वे एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है। करीब एक सप्ताह से सांसद धर्मेन्द्र यादव तैयारियां का जायजा लेने के साथ ही विधानसभावार कार्यकर्ताओं की बैठक भी ले चुके हैं। माना जा रहा है कि आज़मगढ़ में अपने आशियाने से ही सपा मुखिया अखिलेश यादव 2027 में अब पूर्वांचल को साधेंगे।

राजनीति में कहा जाता है कि उत्तर प्रदेश की सत्ता का रास्ता पूर्वांचल से होकर ही गुजरता है। इसी को ध्यान में रखते हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव ने जनवरी 2021 में आज़मगढ़ जिले के आजमगढ़-लखनऊ मुख्य मार्ग (एनएच 233) पर शहर से सटे अनवरगंज के महराजपुर में 38 बिस्वा 16 कड़ी जमीन को 11 किसानों से साढ़े छह करोड़ रुपये में खरीदा था। इसी भूमि पर मकान व पार्टी कार्यालय का निर्माण सांसद धर्मेन्द्र यादव व पार्टी के पदाधिकारियों की देखरेख में चल रहा था। आवास व कार्यालय के बन जाने के बाद अब उद्घाटन व गृहप्रवेश करने के लिए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव तीन जुलाई को आ रहे हैं। पार्टी पदाधिकारियाें ने कार्यक्रम काे लेकर तैयारियां पूरी कर ली है।
इस संबंध में समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अशोक यादव का कहना है कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में जब मोदी सरकार के अश्वमेध का घोड़ा निर्बाध गति से दौड़ रहा था, तब उत्तर प्रदेश की सरजमी ने उनके घोड़े को बांधने का काम किया था। इसमें पूर्वांचल की जनता ने और मजबूती से इस काम काे किया था। पूर्वांचल ही नहीं बल्कि पूरा उत्तर प्रदेश समाजवादियों की जमीन रही है, लेकिन पूर्वांचल से कुछ खास ही जनता का लगाव हमें मिला है। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष का आजमगढ़ में आवास और कार्यालय बन गया है। कल इसका उद्घाटन और गृहप्रवेश है। अब यही से जो भी राजनीतिक समीकरण होंगे, उनका जो राजनीतिक कार्यक्रम होगा, पूर्वांचल का पूरा राजनीतिक समीकरण यहीं से राष्ट्रीय अध्यक्ष साधेंगे। बीच-बीच में अब राष्ट्रीय अध्यक्ष अक्सर पूर्वांचल की धरती को साधने के लिए आजमगढ़ आते रहेंगें।
आज़मगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार आलोक सिंह कहते है कि पूर्वांचल के गोरखपुर में सीएम योगी, वाराणसी में पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र है। तो वहीं इन दोनों जिलों के मध्य में आज़मगढ़ जिला सपा का गढ़ है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज़मगढ़ में अपना आशियाना या कहें कि कैम्प आवास बनवा दिया है। अब सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का यह नवनिर्मित आशियाना पूर्वांचल में वर्ष 2027 के चुनावी गतिविधियों का केंद्र होगा।
उल्लेखनीय है कि आज़मगढ़ जिले को समाजवाद का गढ़ कहा जाता है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सपा ने आज़मगढ़ में वर्ष 2012 के चुनाव में क्लिन स्वीप करते हुए 10 की 10 सीटों पर जीत हासिल की थी। वर्ष 2017 में 10 में 9 औऱ वर्ष 2022 में पुनः 10 में 10 सीटों पर जीत हासिल की थी। वही आज़मगढ़ जिले में दो लोकसभा सीटे हैं, जिनमें आज़मगढ़ सीट सपा की परंपरागत सीट मानी जाती है। यहां से वर्ष 2014 में मुलायम सिंह यादव, वर्ष 2019 में अखिलेश यादव व 2024 में धर्मेन्द्र यादव सांसद चुने गए। जबकि वर्ष 2022 में हुए लोकसभा उपचुनाव में सपा के धर्मेन्द्र यादव चुनाव हार गए थे और भाजपा के दिनेश लाल यादव निरहुआ ने जीत हासिल की थी। वही आज़मगढ़ जिले के सुरक्षित लालगंज सीट पर वर्ष 2014 में भाजपा, 2019 में सपा-बसपा गठबंधन में बसपा और वर्ष 2024 में सपा ने जीत दर्ज की है। इसके साथ ही पूर्वांचल की बात करें तो पूर्वांचल में आने वाले 28 जिलों में विधानसभा की करीब 164 सीटें आती हैं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में मोदी लहर में सपा को मात्र 14 सीटें मिली, जबकि वर्ष 2022 में सपा ने करीब 53 सीटों पर जीत हासिल की थी और इसके बावजूद दोनों बार सपा को सत्ता से बाहर होना पड़ा। यहीं कारण है कि सपा अपने गढ़ आज़मगढ़ सहित पूर्वांचल पर मजबूत पकड़ बनाने के लिए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अब अपने नये आशियाने से पूर्वांचल को साधेंगे।