
Anpara, Sonbhadra : भ्रष्टाचार को लेकर पूरे प्रदेश में सुर्खियां बटोर रही नगर पंचायत अनपरा एक बार फिर चर्चा में है। छठ घाटों पर लगाए गए बैनर–पोस्टर में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और नगर विकास मंत्री की फोटो ईओ और अध्यक्ष की फोटो के नीचे लगाई गई थी। जैसे ही इस बैनर की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई, नगर पंचायत के जिम्मेदारों में हड़कंप मच गया। इसकी चर्चाएं जहां आम हो गईं, वहीं कई लोगों ने इसे नगर पंचायत अनपरा का निंदनीय कार्य बताया है।
प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और नगर विकास मंत्री की फोटो वाला बैनर सोशल मीडिया पर वायरल होते ही नगर पंचायत अनपरा डैमेज कंट्रोल में जुट गया। पूरे मामले को लेकर नगर पंचायत की ईओ अपर्णा मिश्रा ने जिम्मेदारी सभासदों पर डालते हुए कहा कि नगर पंचायत द्वारा कोई भी बैनर–पोस्टर नहीं लगाया गया था। सभासदों ने अपनी मर्जी से घाटों पर बैनर–पोस्टर लगाए थे।
जब उनसे पूछा गया कि आप और अध्यक्ष द्वारा इन छठ घाटों का निरीक्षण किया गया था, तब इस महत्वपूर्ण विषय पर ध्यान क्यों नहीं दिया गया, तो वे निरुत्तर हो गईं और कहा कि किसी की मंशा बैनर के माध्यम से प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या नगर विकास मंत्री का अनादर करने की नहीं थी।
वार्ड नंबर सात सहित अन्य वार्डों में छठ पूजा के लिए किए गए टेंडरों में बरती गई अनियमितताओं पर पूछे जाने पर ईओ ने कहा कि इसका इस्टीमेट जेई ने बनाया है। जब जेई राम आश्रय से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि जितना कार्य संविदाकार ने किया है, उतना ही भुगतान होगा कहकर पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया। पूजा सम्पन्न होने के बाद भुगतान का आंकलन कैसे किया जाएगा, यह एक यक्ष प्रश्न अभी भी बना हुआ है।
नगर विकास मंत्री ने पंचायत कर्मियों का बढ़ाया उत्साह
अनपरा (सोनभद्र)। उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी नगर पंचायतों में शामिल नगर पंचायत अनपरा के छठ घाटों की साज–सजावट की फोटो को नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने अपने एक्स हैंडल पर ट्वीट कर पंचायत कर्मियों का उत्साहवर्धन किया है, जिससे कर्मचारियों में भारी उत्साह देखा जा रहा है। हालांकि, ट्वीट के बाद नागरिकों का कहना है कि जितनी राशि छठ घाटों पर टेंडर के माध्यम से खर्च की गई, उतनी राशि से पूरा नगर पंचायत चमक सकता था।










