
Sonam Wangchuk : जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को उनकी पत्नी गीतांजलि अंगमो ने आरोप लगाया कि उनके पति के साथ बिना किसी कारण एक अपराधी की तरह व्यवहार किया गया है। लद्दाख को राज्य का दर्जा और संवैधानिक सुरक्षा प्रदान करने की मांग को लेकर लेह में हिंसक विरोध प्रदर्शन के दो दिन बाद, सोनम को उनके गांव उल्याकटोपो से गिरफ्तार किया गया। इस प्रदर्शन में चार लोग मारे गए थे और 59 अन्य घायल हुए थे।
सोनम वांगचुक को शुक्रवार को लद्दाख के डीजीपी एसडी सिंह जामवाल के नेतृत्व में एक पुलिस दल ने गिरफ्तार किया। उन्हें जोधपुर सेंट्रल जेल लाया गया है, जहां उनकी मेडिकल जांच पूरी हो चुकी है। उन्हें जेल के हाई सिक्योरिटी वार्ड में रखा गया है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को हुई हिंसा का कारण बने ‘‘भड़काऊ बयानों’’ के लिए वांगचुक को जिम्मेदार ठहराया है, लेकिन वांगचुक ने इस आरोप का खंडन किया है। उनकी पत्नी, गीतांजलि अंगमो, ने अपने पति के हिरासत में लिए जाने की कड़ी निंदा की और सरकार पर उनकी छवि खराब करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने उनके घर में तोड़फोड़ की और वांगचुक को गलत तरीके से ‘‘राष्ट्र-विरोधी’’ के रूप में चित्रित किया जा रहा है। गीतांजलि ने कहा, ‘‘यह लोकतंत्र का सबसे बुरा रूप है… बिना किसी सुनवाई के, बिना किसी कारण के, उन्हें अपराधी की तरह पकड़ा गया है।’’
उन्होंने केंद्र सरकार और भाजपा की भी आलोचना की और कहा, ‘‘कृपया उनसे कहिए कि वे खुद को हिंदू न कहें… क्योंकि हिंदुत्व की बुनियाद ही सत्य है।’’ उन्होंने भाजपा की विचारधारा और उनके सिद्धांतों पर सवाल उठाए और कहा कि वे वेद और वेदांत की शिक्षिका हैं।
गीतांजलि ने केंद्र सरकार के किसी भी व्यक्ति को अपने पति पर लगे आरोपों, जिनमें विदेशी चंदा विनियमन अधिनियम (FCRA) और सीबीआई जांच से जुड़े मुद्दे शामिल हैं, पर प्राइम टाइम टीवी पर ‘लाइव’ बहस में शामिल होने की चुनौती दी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन्हें चुनौती देती हूं कि वे प्राइम टाइम पर आकर मेरे साथ सभी आरोपों पर बहस करें।’’
सोनम वांगचुक के खिलाफ लगाए गए विशिष्ट आरोप अभी स्पष्ट नहीं हैं, और इनकी जांच जारी है।