
लुटेरी दुल्हनों की कहानियां आपने पहले भी सुनी होंगी, लेकिन आज बात हो रही है एक ऐसी दुल्हन की, जिसे लोग ‘डाकू दुल्हन’ के नाम से जानते हैं. ये कोई आम लड़की नहीं, बल्कि एक 21 साल की शातिर लड़की है, जिसने अब तक कम से कम 12 बार शादी की है वो भी सिर्फ कुछ घंटों के लिए. हर शादी का मकसद सिर्फ लूटपाट था.
डाकू दुल्हन का असली नाम गुलशाना रियाज खान है, लेकिन उसने हर राज्य में नई पहचान बनाई. गुजरात में बनी काजल, हरियाणा में सीमा, बिहार में नेहा, और उत्तर प्रदेश में स्वीटी. गुलशाना की कहानी शिल्पा शेट्टी के गाने मैं आई हूं यूपी-बिहार लूटने से मैच करती है. हर जगह उसका तरीका एक जैसा था. शादी करो, भरोसा जीतो, और फिर मौका मिलते ही घर का सारा सामान लेकर चंपत हो जाओ.
शादीशुदा है गुलशाना
सबसे दिलचस्प बात ये है कि गुलशाना ने यूपी के जौनपुर में टेलर का काम करने वाले रियाज खान से शादी की है. वह भी इस खेल में उसका साथी निकला. बताया जा रहा है कि रियाज को हर लूट पर 5% हिस्सा भी मिलता था और उसे इस काम से कोई ऐतराज नहीं था.
एकदम फिल्मी है स्क्रिप्ट
अब लोग इस लड़की को दुल्हन नहीं, डाकू दुल्हन कहने लगे हैं, जो शादी के नाम पर सिर्फ अगली लूट की प्लानिंग करती है . ‘डाकू दुल्हन’ का प्लान बहुत ही शातिर और फिल्मी होता था, लेकिन बिल्कुल असली. जैसे ही शादी होती या शादी की रस्में पूरी होतीं, कुछ घंटों के अंदर ही सीन पलट जाता. 4-5 लड़कों का उसका गिरोह पहले से तैयार रहता. वे आते और नई-नवेली दुल्हन को शादी के गहनों, नकदी और बाकी कीमती सामान के साथ अपहरण कर लेते थे.
ऐसे ढूंढती है नया शिकार
बेचारा दूल्हा कुछ समझ ही नहीं पाता. उसके सामने से दुल्हन अचानक गायब हो जाती और उसे न कोई जवाब मिलता न कोई सुराग. इस सब के बाद भी गुलशाना एक मिनट भी नहीं रुकती. जल्द ही वह फिर से सोशल मीडिया और शादी की वेबसाइटों पर नया शिकार तलाशने लगती. नया नाम, नई कहानी और एक और नई शादी यानी अगली लूट की तैयारी.
हरियाणा में गुलशाना बनी सीमा
ताजा मामला हरियाणा के रोहतक से सामने आया है, जहां एक युवक सोनू डाकू दुल्हन के जाल में फंस गया। उसे एक शादी का झांसा दिया गया, जिसके लिए उससे 80,000 रुपये लिए गए, लेकिन हैरानी की बात ये कि शादी कभी हुई ही नहीं. इस पूरे प्लान के पीछे थी गुलशाना रियाज खान और उसका गिरोह. वे ऐसे परिवारों को चुनते थे जिन्हें अपनी बेटियों या बेटों के लिए जोड़ीदार ढूंढना मुश्किल होता था. ये गिरोह खुद को जोड़ी मिलाने वाला बताता और फर्जी दस्तावेजों के ज़रिए विश्वास जीत लेता. एक बार जब पैसे मिल जाते तो ‘दुल्हन’ अचानक गायब हो जाती.