किसी ने बॉयकॉट की पैरवी तो किसी ने बताया इतिहास… एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर बढ़ा सियासी पारा!

एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच खेले जाने वाले मैच को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को घेरते हुए इसे शहीदों का अपमान करार दिया है। रविवार (14 सितंबर) को दुबई में होने वाले इस हाई-वोल्टेज मुकाबले से पहले ही विवाद गहरा गया है।

कांग्रेस का हमला – “शहादत का अपमान”

कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा,
“भाजपा कह रही है कि पहलगाम हमले के गुनहगारों के साथ क्रिकेट न खेलने से खेल जगत का नुकसान होगा। भाजपा कह रही है कि पाकिस्तान के साथ खेलना अंतर्राष्ट्रीय नियमों के तहत जरूरी है। यह मजबूरी भाजपा की हो सकती है, देश की नहीं। भाजपा खुलेआम शहादत और सिंदूर का अपमान कर रही है।”

सुरजेवाला ने यह भी याद दिलाया कि कई बार भारत-पाकिस्तान के बीच मैच रद्द या बॉयकॉट किए गए हैं।

  • 1962 से 1977 तक 16 साल दोनों देशों के बीच कोई मैच नहीं खेला गया।
  • 1986 और 1990 में भारत ने एशिया कप का बॉयकॉट किया।
  • 1993 में तनाव के कारण एशिया कप रद्द हुआ।
  • 2008 में भारत ने पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी खेलने से इनकार किया।

उन्होंने कहा कि तब यह संदेश साफ था कि “खून और पानी साथ नहीं बह सकते” लेकिन आज भाजपा का नकली राष्ट्रवाद देश को शर्मसार कर रहा है।

ओवैसी का पीएम मोदी से सवाल

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा,
“जब आपने कहा था कि खून और पानी साथ नहीं बह सकते, बातचीत और आतंकवाद साथ नहीं चल सकते, तो फिर पाकिस्तान के साथ क्रिकेट क्यों? बीसीसीआई को इस मैच से चाहे 2000 करोड़ मिले या 3000 करोड़, 26 शहीद नागरिकों की जान की कीमत ज्यादा है या पैसा? भाजपा को जवाब देना चाहिए।”

केजरीवाल का पीएम पर हमला

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक्स पोस्ट में लिखा,
“प्रधानमंत्री जी, पूरे देश की आवाज है कि यह मैच नहीं होना चाहिए। फिर भी यह मैच क्यों कराया जा रहा है? क्या यह भी ट्रम्प के दबाव में हो रहा है? आखिर ट्रम्प के आगे और कितना झुकेंगे?”

आप की महिला विंग का विरोध

AAP दिल्ली अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा,
“सरकार कहती है कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है, फिर उन्हीं पाकिस्तानियों के साथ दुबई में मैच खेलने क्यों जा रहे हैं? पूरे देश की महिलाएं इसका विरोध कर रही हैं। हमारी महिला विंग की बहनें पार्टी दफ्तर में इकट्ठा होंगी और सिंदूर के जरिए अपना विरोध दर्ज कराएंगी।”

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