
हिमाचल प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बुधवार को बादल छाए हैं। पर्यटन स्थलों शिमला और मनाली में बादलों के बीच हल्की धूप खिल रही है। मौसम विभाग के अनुसार तीन दिन तक प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी की संभावना है। 21 मार्च तक खराब मौसम का असर बना रहेगा। इस दौरान लाहौल-स्पीति, किन्नौर, कुल्लू और चंबा जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के आसार हैं। इसके बाद 22 से 25 मार्च तक मौसम साफ रहने की उम्मीद है।
हिमखंड गिरने का खतरा, चार जिलों के लिए अलर्ट
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बर्फबारी वाले इलाकों में हिमखंड गिरने का खतरा बना हुआ है। ऐसे में प्रशासन ने लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है। रक्षा भू-सूचना विज्ञान अनुसंधान प्रतिष्ठान चंडीगढ़ ने चंबा, लाहौल-स्पीति, कुल्लू, किन्नौर और शिमला जिलों में हिमखंड गिरने की आशंका जताई है। इसके तहत चंबा और लाहौल-स्पीति जिलों में ऑरेंज अलर्ट और कुल्लू तथा किन्नौर जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मैदानी इलाकों में सामान्य मौसम, पहाड़ों में ठंड बढ़ी
पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के किसी भी हिस्से में बारिश या बर्फबारी नहीं हुई, लेकिन पहाड़ी क्षेत्रों में ठंड बढ़ गई है। मैदानी इलाकों में दिन में धूप खिलने से तापमान सामान्य बना रहा, लेकिन रात के तापमान में गिरावट आई है। खासकर जनजातीय क्षेत्रों में रात का तापमान शून्य से नीचे बना हुआ है और लोग कड़ाके की ठंड का सामना कर रहे हैं।
लाहौल-स्पीति के केलांग में पारा -5.8 डिग्री
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को लाहौल-स्पीति का मुख्यालय केलांग सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान -5.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसी जिले के ताबो में -5.6 डिग्री और कुकुमसेरी में -2.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ। अन्य प्रमुख शहरों की बात करें तो किन्नौर के कल्पा में न्यूनतम तापमान 2 डिग्री, मनाली में 5.6 डिग्री, शिमला में 9.8 डिग्री, भुंतर में 9.5 डिग्री, धर्मशाला में 5.2 डिग्री, सोलन में 9.3 डिग्री, डल्हौजी में 8.3 डिग्री, भरमौर में 7.4 डिग्री, सियोबाग में 7.5 डिग्री और सराहन में 5.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मार्च में सामान्य से 18 फीसदी अधिक वर्षा
मार्च महीने में अब तक सामान्य से 18 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है जो कि राज्य के लिए राहत की बात है, लेकिन इससे जनजीवन भी प्रभावित हुआ है। खासतौर पर जनजातीय क्षेत्रों में भारी बर्फबारी के कारण सड़कें बंद हो गई हैं और सामान्य जीवन पूरी तरह से पटरी पर नहीं आ पाया है। लाहौल-स्पीति जिले में 100 से ज्यादा सड़कें अब भी बंद हैं जबकि चंबा और कुल्लू जिलों में भी लगभग तीन दर्जन सड़कें बंद हैं।