
- सीतापुर की सीमा पर बसे अटरिया में तेंदुए की ‘दहशत’
- वन विभाग और ग्रामीणों के बीच टकराव
Atria, Sitapur : जिले की सीमा से सटे इलाकों में एक खतरनाक जंगली जानवर की मौजूदगी ने ग्रामीणों में दहशत फैला दी है। अटरिया थाना क्षेत्र के बनौगा गांव के लोग दावा कर रहे हैं कि उन्होंने अपनी आंखों से एक तेंदुआ देखा है, जिसके वीडियो और पदचिह्न भी वायरल हो रहे हैं। लेकिन, वन विभाग इस बात से साफ इनकार कर रहा है, जिससे ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
रात के अंधेरे में कैमरे में कैद हुई परछाई।
यह मामला तब सामने आया जब बनौगा गांव में रात के अंधेरे में लोगों ने एक बड़े जानवर को घूमते देखा। ग्रामीण सर्वेश यादव के पालतू जानवर अचानक जोर-जोर से शोर मचाने लगे। जब परिवार के लोगों ने घर के पीछे देखा तो एक बड़ा जानवर तेजी से छलांग लगाकर भाग गया। वे डरकर छत पर चढ़ गए, लेकिन रात के अंधेरे और खेत में खड़ी फसल के कारण कुछ भी साफ दिखाई नहीं दिया। हालांकि, जमीन पर जानवर के स्पष्ट पदचिह्न मिले, जिससे लोगों का शक यकीन में बदल गया।
इससे एक दिन पहले, गांव के ही रामसागर ने भी ऐसा ही एक अनुभव साझा किया। रात में लघुशंका के लिए उठे रामसागर ने पास के बाग में किसी जानवर की आहट महसूस की। उन्होंने तुरंत अपने मोबाइल से टॉर्च जलाकर उसका वीडियो बना लिया, जो अब तेजी से फैल रहा है। वीडियो में जानवर की विशाल आकृति और उसकी फुर्तीली हरकतें साफ दिखाई दे रही हैं, जिससे ग्रामीण इसे तेंदुआ ही मान रहे हैं।
वन विभाग का दावा – यह सियार है, ग्रामीण मानने को तैयार नहीं ग्रामीणों की शिकायत के बाद, वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। क्षेत्रीय वन दरोगा नैमिष सिंह चौहान ने पदचिह्नों का मुआयना किया और दावा किया कि ये किसी तेंदुए के नहीं, बल्कि एक जंगली सियार के हैं। उन्होंने ग्रामीणों से भयभीत न होने की अपील की।
हालांकि, ग्रामीणों ने वन विभाग की इस बात को मानने से साफ इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि उन्होंने अपनी आंखों और वीडियो में जो देखा है, वह सियार जैसा छोटा जानवर नहीं है। इस मतभेद के कारण गांव में तनाव और भय का माहौल बना हुआ है। लोग अब रात में अपने घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं। वन विभाग को इस मामले में और सक्रियता दिखानी चाहिए, ताकि ग्रामीणों के डर को दूर किया जा सके और यदि सच में कोई खतरनाक जानवर मौजूद है, तो उसे सुरक्षित रूप से पकड़ा जा सके।