
- चोरी की रिपोर्ट दर्ज करने से कन्नी क्यों काटती है पुलिस?
सीतापुर। आखिर चोरी की रिपोर्ट दर्ज करने से पुलिस कन्नी क्यों काटती है। एक नहीं कई ऐसे मामले सामने आते हैं जिसमें पुलिस पर ऐसे प्रश्नचिन्ह लगते हैं। उच्चाधिकारी लगातार प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने के लिए कहते भी हैं लेकिन फिर भी थाना पुलिस चोरी की रिपोर्ट नहीं लिखती है।
आपको उदाहरण के लिए ताजा मामला बताते थाना मछरेहटा था। मछरेहटा थाना क्षेत्र के हल्का नम्बर दो बनियामऊ में उच्च प्राथमिक कंपोजिट विद्यालय में बृहस्पतिवार की रात डिजिटल क्लास रूम में विंडो तोड़ कर 3 कंप्यूटर डेस्क टाप मॉनिटर अज्ञात चोर निकाल ले गए, दूसरे कमरे का मेन डोर तोड़ कर रखे गणित किट ले गए व विद्यालय के रखे अभिलेख फाड़ कर डाल दिए। इंचार्ज प्रधानाध्यापक राम नरेश शुक्रवार को सुबह समय 7.40 बजे विद्यालय आए तो देखा तार बाहर लटके मिले, विंडो के पल्ले टूटे व खुले हुए थे तथा सामान गायब था।
दूसरे कमरे को देखा तो अभिलेख फटे हुए पड़े थे और गणित किट सब गायब था। खण्ड शिक्षा अधिकारी अजय गुप्त मौर्य को सूचित करा कर थाने में तहरीर दी। अध्यापक राम नरेश ने यह भी बताया कि जनवरी 2023 में भी विद्यालय में रसोई गैस 3 सिलेंडर भारत व बर्तन चोरी हो गए थे। थाने पर सूचना दे दी गई थी। पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की थी। इस बार भी पांच दिन बीत गए रिपोर्ट नहीं लिखी है। थाने में यह कहा गया कि रजिस्ट्री कर दो उसकी रसीद विभाग को भेज दो। थाना प्रभारी मछरेहटा अमित कुमार पाण्डे ने बताया कि तहरीर मिली जांच करा कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
वहीं एक माह पूर्व 27/28 मार्च 2025 की रात को थाना रामकोट क्षेत्र के हाइवे पर पड़ने वाले स्कूल डीपी वर्मा इंटर व डिग्री कालेज में चोरी हुई थी। जिसमें चोरों ने रात को ताला तोड़कर करीब 90 हजार की नकदी तथा लैपटाप समेत विद्यालय के जरूरी कागजात उठा ले गए थे। मामले की सूचना विद्यालय के प्रधानाचार्य सुशील कुमार के द्वारा थाना रामकोट में दी गई थी लेकिन आज एक माह गुजर चुका है फिर भी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है।
वह जब भी थाना को जाते हैं तो उनसे कहा जाता है कि चोरी हुए सामान की गुमशुदगी दर्ज करा दीजिए। अब ऐसे में आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि पुलिस कितनी संजीदा है जबकि अपराध को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर डीजीपीइ तक बेहद संजीदा रहते है लेकिन उनके अरमानों पर पानी फेरने का कार्य यही खाकीधारी करते आ रहे हैं जिससे पीडितों को न्याय नहीं मिल पाता है जिससे चोरों के हौसले बुलंद रहते है।