सीतापुर : जब जीआईसी में मॉक ड्रिल के दौरान गिरने लगे बम के गोले, डीएम, एसपी समेत पीएसी बल पहुंचे मौके पर…

सीतापुर। अपराह्न 10:30 बजे, राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में अचानक बम धमाकों की आवाज सुनाई दी, जिससे पूरा क्षेत्र हिल उठा। जैसे ही धमाके हुए, डीएम, एसपी समेत भारी पुलिस और पीएसी बल मौके पर पहुंच गए। इसके बाद एम्बुलेंस और अन्य सहायता भी वहां पहुंची और घायलों को अस्पताल भेजा गया।

इस दौरान, धमाकों के कारण लगी आग को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। हालांकि, यह कोई वास्तविक हमला नहीं था। दरअसल, यह राजकीय इंटर कॉलेज में एक मॉक ड्रिल (पूर्वाभ्यास) था, जो खासतौर पर पाकिस्तान के साथ तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए आयोजित किया गया था।

मॉक ड्रिल का उद्देश्य:
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए यह मॉक ड्रिल यह सुनिश्चित करने के लिए आयोजित की गई थी कि नागरिक युद्ध के समय कैसे प्रतिक्रिया दें और खुद को सुरक्षित रखें। इस अभ्यास में डीएम अभिषेक आनंद, पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल, अपर जिला अधिकारी नीतीश कुमार सिंह और एसपी दक्षिणी डॉक्टर रंजन प्रताप सिंह समेत भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद थे। इसके अलावा, एनसीसी के छात्र-छात्राएं भी उपस्थित थे, जिन्होंने इस मॉक ड्रिल के दौरान घायल होने की एक्टिंग की।

सुरक्षा उपायों पर जोर:
इस अवसर पर डीएम और एसपी ने आम नागरिकों से सुरक्षा के दृष्टिकोण से कई अहम निर्देश दिए।

  1. चेतावनी मिलने पर तत्काल प्रतिक्रिया:
    जैसे ही सायरन, मोबाइल अलर्ट या सरकारी मीडिया के जरिए सूचना मिले, तुरंत उस पर ध्यान दें और सुरक्षित स्थान की ओर बढ़ें। घर में हैं तो बिना खिड़की वाली जगह जैसे बाथरूम, स्टोर रूम या सीढ़ियों के नीचे छुपें।
  2. सिर और गर्दन को बचाना:
    यदि हमले की आवाज सुनाई दे तो तुरंत जमीन पर लेट जाएं, और सिर और गर्दन को किसी वस्तु से ढकें, जैसे बैग या किताब।
  3. आग और गैस रिसाव से बचाव:
    हमले के बाद, बिजली, गैस और पानी की सप्लाई बंद कर दें। गैस सिलेंडर या चूल्हे से आग का खतरा बढ़ सकता है।
  4. आपातकालीन किट तैयार रखें:
    इस किट में पीने का पानी, सूखा खाना, टॉर्च, बैटरियां, प्राथमिक चिकित्सा सामग्री और जरूरी दस्तावेज़ रखें।
  5. सतर्कता बनाए रखें:
    जब तक आपदा प्रबंधन एजेंसी या पुलिस से निर्देश नहीं मिलें, तब तक बाहर न निकलें। मलबे या गैस रिसाव के खतरे को देखते हुए सतर्क रहें।
  6. संचार का ध्यान रखें:
    मोबाइल नेटवर्क कमज़ोर हो सकता है, इसलिए बैटरी बचाकर इस्तेमाल करें और केवल जरूरी संदेशों को भेजें।
  7. अफवाहों से बचें:
    सोशल मीडिया या व्हाट्सएप पर अफवाहों से बचें और सिर्फ आधिकारिक खबरों पर विश्वास करें।
  8. मानसिक संतुलन बनाए रखें:
    आपदा के दौरान घबराने की बजाय गहरी सांस लें और मानसिक संतुलन बनाए रखें।
  9. यह मॉक ड्रिल नागरिकों को युद्ध के समय के खतरे से निपटने और बचाव के तरीकों के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से की गई थी। अधिकारियों ने सभी से सटीक और सुरक्षित जानकारी पर ध्यान देने की अपील की।

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