सीतापुर: मार्ग दुर्घटना में दो दोस्तों की मौत, परिजनों में मातम का माहौल

  • रेउसा-बिसवां मार्ग पर घटित हुई घटना

सेउता-सीतापुर। साथ जियेंगे साथ मरेंगे यह कहावत उस समय सच साबित हुई जब रविवार देर रात थाना सदरपुर क्षेत्र में रेउसा बिसवां मार्ग पर जहांगीराबाद चौराहे के पास अज्ञात वाहन की चपेट में आने से बाइक सवार दो दोस्त गंभीर रूप घायल होकर सड़क पर गिर गए। सूचना पर पहुंची सदरपुर पुलिस ने दोनों घायलों को इलाज हेतु एम्बुलेंस की सहायता से सीएचसी रेउसा भेजवाया।

जहां डॉक्टर ने दोनों घायलों को मृत घोषित कर दिया। घटना को अंजाम देने के बाद चालक वाहन सहित मौके से फरार हो गया। रेउसा पुलिस द्वारा घटना की सूचना मृतक के परिजनों को दे दी गई है। घटना की सूचना मिलते ही दोनों मृतकों के परिवारों में कोहराम मचा हुआ है।

जानकारी के मुताबिक थाना तंबौर क्षेत्र के कस्बा तंबौर के संगत टोला निवासी सपाम (28) पुत्र सरवर और इसी थाना क्षेत्र के रायमड़ोर गाँव निवासी रोशन (35) पुत्र नन्हू दोनों लोग काफी दिनों से रायबरेली में भट्ठा पर ईंट पाथने का काम करते थे। दोनों बहुत ही घनिष्ट मित्र थे। दोनों लोग मजदूरी करने के बाद रविवार को एक ही बाइक पर सवार होकर अपने घर वापस लौट रहे थे। रेउसा बिसवां मार्ग पर जहाँगीराबाद चौराहे के पास तेज रफ्तार अज्ञात वाहन की चपेट में आने से बाइक सवार दोनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों घायलों को एम्बुलेंस की मदद से सीएचसी रेउसा में भर्ती कराया। जहाँ डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। थाना सदरपुर प्रभारी निरीक्षक मुकुल प्रकाश वर्मा ने बताया कि घटना थाना सदरपुर क्षेत्र में घटित हुई है। दोनों को इलाज के लिए सीएचसी रेउसा भेजा गया था। थानाध्यक्ष रेउसा हनुमंत लाल तिवारी ने बताया कि दोनों मृतकों के शवों का पंचायतनामा भरकर पीएम हेतु जिला मुख्यालय भेजा गया है। अग्रिम कार्यवाही सदरपुर पुलिस द्वारा की जाएगी।

भीड़ में पिता को तलाश रही थी मासूमों की आंखे –

तंबौर-सीतापुर। जवान पुत्र की मौत पर बेवा मां का बुरा हाल है। पहले पति की मौत अब जवान पुत्र की दुर्घटना में हुई मौत पर मां ने होशोहवास खो दिए है वही पत्नी व तीन मासूम बच्चों के भविष्य पर भी रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है।परिवार की माली हालत काफी दयनीय है। तीनों मासूम बच्चों की आंखे भीड़ में अपने पिता को तलाश रही थी। उनको यह पता ही नही था कि उनके सिर से पिता का साया उठ चुका है। परिजनों ने बताया ईद त्यौहार को लेकर सद्दाम अपने घर आ रहा था।

परिवार में ईद की खरीददारी को लेकर काफी खुशी थी जो अब दुःख में तब्दील हो गयी है। मृतक रोशनलाल के परिवार में पत्नी सहित तीन मासूम बेटी व एक बेटा है। पूरे गांव में मातम छाया हुआ है। पत्नी अपने सुहाग के उजड़ने पर दहाड़े मारकर रो रही है वही चारों मासूम पिता के आने की आस में उम्मीद लिए आने जाने वालों की तरफ देखकर उनकी आंखें अपने पिता को तलाश रही थी।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

मुखवा में पीएम मोदी ने की गंगा पूजा अंसल एपीआई पर कार्रवाई : पिता – पुत्र समेत 5 पर मुकदमा दर्ज ट्रंप ने भारत , चीन समेत देशों पर उच्च शुल्क लगाने का किया ऐलान परिजनों ने कहा – सचिन तो सिर्फ मोहरा , कत्ल के पीछे कोई ओर रूम पर चलो नहीं तो नौकरी छोड़ : नर्सिंग ऑफिसर की पिटाई