
- मामला उच्च प्राथमिक विद्यालय नगरा सलेमपुर का
- जिलाधिकारी ने दिए जांच के निर्देश
सीतापुर। जिस शिक्षा के मंदिर में बच्चों को पढ़ाई के लिए भेजा जाता है वहां के छात्रों से टायलेट साफ कराने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है। बुधवार को जिलाधिकारी के सामने श्रीमती गीता, रामखेलावन, श्रीमती रामरती, राजू, भगवानदीन, सुमन, बालकराम, निशा, संगीता चौधरी, सुनीता, रामप्रमोद आदि उपस्थित हुए और उन्होंने डीएम से शिकायत की कि उनके बच्चे उच्च प्राथमिक विद्यालय नगरा सलेमपुर नगरा में पढ़ते हैं।
विद्यालय में बच्चों को पढ़ाने के बजाय शिक्षिका प्रधानाध्यापक शबीना परवीन व आसफा बानों के द्वारा स्कूल में बच्चों से टॉयलेट साफ करवाया जाता है व बाल्टी से पानी भरवाया जाता है। बच्चों से झाडू लगवाई जाती है। बच्चों को गेहूँ पिसाने के लिए चक्की पर भेजा जाता है। बच्चे काम करने से मना करते हैं तो बच्चों को धमकी दी जाती है कि तुम्हारा नाम काट देंगें। ऐसी परिस्थितियों में बच्चों को काम करना पड़ता है तथा विद्यालय में खाना बहुत खराब बनता है।
दूध पैकेट वाला आता है उसमें भी पानी मिलाकर दिया जाता है। जिससे बच्चों को बीमार होने के चांस बढ़ रहे हैं। ग्रामीणों के विरोध करने पर उल्टे पीड़ितों के बच्चों को स्कूल से भगा दिया जाता है और इन लोगों के द्वारा बच्चों को शिक्षण कार्य भी सही से नहीं कराया जा रहा है और कहते हैं कि खाना ऐसे ही बनेगा जो करना हो कर लो जाकर। प्रधानाध्यापक शबीना परवीन व आसफा बानों के सह पर यह सब कृत्य होता है तथा प्रधानाध्यापक शबीना परवीन के द्वारा विद्यालय देर से खोला जाता है। जिससे बच्चे विद्यालय के बाहर खड़े रहते हैं तथा प्रतिदिन विद्यालय से शबीना परवीन व आसफा बानों, धीरेन्द्र कुमार विद्यालय से गायब रहते हैं।
जिससे बच्चों की शिक्षा पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है। अगर इसी तरह स्कूल का माहौल रहा तो हम सब प्रार्थीगण अपने 2 बच्चों का नाम कटवा लेंगे। ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक शबीना परवीन व आसफा बानों का इस विद्यालय से दूसरे विद्यालय में स्थानान्तरण किए जानके की मांग की है। इस मामले की जांच के निर्देश दिए गए है।
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