Sitapur : घूरा विवाद में घायल रामसागर की भी मौत, बेटी के बाद पिता ने तोड़ा दम

Sitapur : पिसावां थाना क्षेत्र के दिलावलपुर गांव में घूरा डालने को लेकर हुए खूनी संघर्ष में घायल हुए 45 वर्षीय रामसागर ने मंगलवार की सुबह इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इससे पहले इसी विवाद में उनकी 14 वर्षीय बेटी की मौके पर ही मौत हो गई थी।

जानकारी के मुताबिक सोमवार की भोर में घूरा डालने की बात को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई, जो देखते ही देखते खूनी संघर्ष में बदल गई। आरोप है कि विजय बहादुर, तारा चंद्र, रामदयाल, जोगेंद्र, सतेंद्र, हेमवती और एक बाल अपचारी ने रामसागर, उनके भाई कल्लू, धर्मेंद्र, अंकित और बेटी पर भाले से हमला कर दिया। हमले में रामसागर के पेट में भाला आरपार हो गया। गंभीर हालत में उन्हें लखनऊ ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया था, जहां मंगलवार को उन्होंने दम तोड़ दिया।

रामसागर ने घायल अवस्था में दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा था कि “आरोपियों ने हमारी जमीन जोत डाली, पेड़ तोड़ दिए, मामूली कहासुनी के बाद हम पर भाले से हमला कर दिया।”

इस हमले में घायल अंकित का कान और नाक भी काट दी गई थी। पिता हरिहर की तहरीर पर पुलिस ने सभी सात आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। बता दें कि राम सागर की हुई मौत के बाद अब उनके तीन भाईयों भी जीवन मौत की जंग लड रहे हैं उनका इलाज लखनऊ में चल रहा है राम सागर के दो मासूम बेटे आकाश और भूप है तथा एक बेटी जूली पत्नी गोल्डी के सहारे घर पर हैं ।परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है

पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि बाल अपचारी को हरदोई के सुधार गृह भेजा गया है। दो आरोपी सतेंद्र और जोगेंद्र अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।

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