Sitapur : सकरन में बिजली कटौती और जियो नेटवर्क ठप, जनता बेहाल

Sitapur : सकरन में बिजली कटौती और जियो नेटवर्क की समस्या गंभीर हो गई है, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर से लेकर गांव तक रोजाना पांच से सात घंटे तक कटौती हो रही है, जिससे लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है।

बिजली कटौती की समस्या

क्षेत्र में 24 घंटे बिजली आपूर्ति के आदेश हैं, जबकि तहसील और कस्बा स्तर पर 21–22 घंटे आपूर्ति का प्रावधान है। इसके बावजूद शहर और गांवों में रोजाना पांच से सात घंटे तक बिजली कटौती हो रही है। ट्रांसफार्मर खराबी और बंच केबल बदलने की समस्याएं बिजली कटौती के मुख्य कारण बताए जा रहे हैं।

जियो नेटवर्क की समस्या

सकरन क्षेत्र में पिछले 15 दिनों से जियो और एयरटेल नेटवर्क की समस्या से लोग परेशान हैं। बिजली कटौती के साथ ही नेटवर्क बाधित हो जाता है, जिससे स्थानीय प्रशासन और आम जनता दोनों को दिक्कत होती है। जियो की सेवाएं ठप होने से यूज़र्स को कॉल कनेक्ट करने, रिसीव करने और मैसेज भेजने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

लगातार हो रही बिजली कटौती

सकरन थाना क्षेत्र में लगातार हो रही बिजली कटौती के साथ ही जियो मोबाइल नेटवर्क बंद हो जाने से क्षेत्रीय लोगों और सरकारी दफ्तरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सकरन थाना, पुलिस चौकियों व डायल-112 सहित कई सरकारी कर्मचारियों के पास जियो की CUG सिम होने के कारण नेटवर्क बाधित रहने पर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के बीच आवश्यक कनेक्टिविटी ठप पड़ जाती है।

15 दिनों से नहीं आ रहा नेटवर्क

स्थानीय जनसुविधा केंद्र (सहज) संचालकों ने बताया कि अधिकांश ने एयरफाइबर कनेक्शन लिया हुआ है, जिसका मासिक बिल 1,567 रुपये आता है। मगर पिछले लगभग 15 दिनों से नेटवर्क न आने के कारण संचालकों और उपभोक्ताओं में गहरी नाराज़गी फैल गई है। बिजली कटौती के समय जियो सिग्नल गायब हो जाता है, जिससे सरकारी नंबरों पर जरूरी कॉल भी नहीं हो पातीं और आपातकालीन सेवाओं में बाधा उत्पन्न हो रही है।

जिलाधिकारी को देना होगा ध्यान

क्षेत्रीय लोगों व जनसुविधा केंद्र संचालकों ने जिलाधिकारी का ध्यान इस समस्या की ओर दिलाते हुए शीघ्र समाधान की मांग की है। स्थानीय निवासी और शिकायतकर्ता अजय पटेल, दिनेश शुक्ला, रोहित वर्मा इंडेन ग्रामीण गैस एजेंसी, नेकराम निर्मल, सुरेश, रोशन, करण और सर्बेश ने कहा कि नेटवर्क बार-बार कटने से न सिर्फ दैनिक कामकाज प्रभावित हो रहा है बल्कि शासन-प्रशासन से समन्वय भी बिगड़ रहा है।

डिजिटल इंडिया योजना को लग रहा पलीता

स्थानीयों ने यह भी कहा कि डिजिटल इंडिया के उद्देश्य पर इस तरह की बाधाएँ पलीता लगा रही हैं। उनका आरोप है कि जियो की स्थानीय सेवा बिजली आपूर्ति पर निर्भर है, इसलिए बिजली जाते ही मोबाइल नेटवर्क भी बाधित हो जाता है। इसका सबसे बुरा असर पुलिस और स्वास्थ्य विभागों पर पड़ रहा है क्योंकि CUG व सरकारी संपर्कों पर आवश्यक समन्वय रुक जाता है।

इस संबंध में जब कंपनी के जीएम से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन नहीं उठाया गया। वहीं जिला प्रशासन की ओर से फिलहाल इस समस्या पर कोई आधिकारिक टिप्पणी प्राप्त नहीं हुई है। स्थानीय लोग और जनसुविधा केंद्र संचालक अब जिलाधिकारी से स्थायी समाधान, बैकअप नेटवर्क या बिजली-आधारित निर्भरता हटाने की मांग कर रहे हैं।

ग्रामीणों ने की समाधान की मांग

ग्रामीणों व संचालकों ने जिलाधिकारी से अपील की है कि कंपनियों व बिजली विभाग के साथ समन्वय कर तुरंत समाधान कराया जाए ताकि आपातकालीन सेवाओं और नागरिक सुविधाओं पर पड़ रहे प्रभाव को रोका जा सके।

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