सीतापुर जिले के अंदर मौजूद गौवंशियों के संरक्षण के लिए डीएम द्वारा दिए गए एक दिवसीय वेतन दान किए जाने के निर्देशों के तहत पंचायत राज विभाग सबसे आगे आया। सबसे पहले पंचायत राज विभाग के कर्मचारियों ने अपना एक दिन का वेतन दान में दिया है। पंचायत राज विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को दान में दिए गए एक दिवसीय वेतन की कुल जमा 1,45,635 रूपया की धरनाशि का डेमो चेक डीएम को सौंपा। जिस पर डीएम ने डीपीआरओ मनोज कुमार की पीठ थपथपाई है। बताते चलें कि जिले भर में दर्जनों की संख्या में गोशालाएं है। जिनमें हजारों की संख्या में निराश्रित गोवंश संरक्षित है।
कई अन्य विभागों के कर्मचारियों ने दान में जताई असहमत
हालांकि इन गोवंशों की देखरेख के लिए हर माह सरकार करोड़ों की धनराशि देती है लेकिन फिर भी जितने गोवंश हैं उनके लिए वह धनराशि कम पड़ जाती है। गोवंशों की और भी अच्छी तरह से देखभाल हो जाए इसको लेकर बीते दिनों जिलाधिकारी अनुज सिंह ने सभी विभागों से अपील की थी कि सभी अधिकारी तथा कर्मचारी अपनी सहमति से अपना-अपना एक दिन का वेतन गो संरक्षण के लिए दान करे। जिस पर सबसे पहले पंचायत राज विभाग ने पहल की और सोमवार को विभाग के मुखिया मनोज कुमार के नेतृत्व में अन्य अधिनस्थों ने डीएम कार्यालय पहुंच कर जमा हुई धनराशि 1,45,635 का डेमो चेक डीएम को सौंपा है।
अब तक धनराशि सौंपने वालों में सबसे पहला विभाग पंचायत राज विभाग बना है। डीपीआरओ की इस कुशल कार्यशैली पर डीएम ने उनकी पीठ थपथपाई। वहीं अनेकों ऐसे भी कर्मचारी सामने आए जिन्होंने अपना एक दिन का वेतन दान करने में असहमति जताई है। डीएम की अपील के बाद में प्रशासन द्वारा एक ममो तैयार किया गया था जिस पर हर कर्मचारी का नाम था और उसके आगे सहमति तथा असहमति का कालम था। सहमति के साथ-साथ असहमति करने वाले भी अनेकों कर्मचारी सामने आए है।